×

टोंक में भीषण हादसा, बनास नदी में 135 करोड़ की लागत से बन रहे निर्माणाधीन पुल के 5 गडर नीचे गिरे, देखें वायरल वीडियो में ताजा हालात

 

राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! शुक्रवार की शाम टोंक बनास नदी में 135 करोड़ की लागत से बन रहे निर्माणाधीन पुल के ऊपर रखे गए 5 गडर आंधी और बरसात के दौरान नीचे आ गिरे. गनीमत रही कि जिस वक्त गडर नीचे गिरे, उस वक्त नीचे कोई मौजूद नहीं था. तेज धमाके की आवाज सुनकर घटना स्थल पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. पुल के कार्य से जुड़े एक मजदूर ने भी कहा कि आंधी के कारण यह हिस्सा गिर गया.
<a href=https://youtube.com/embed/k7jko_bupe4?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/k7jko_bupe4/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" style="border: 0px; overflow: hidden;" width="640">

इंजीनियरों ने बताई दूसरी कहानी

उस समय कोई मशीन वंहा काम नही कर रही थी. वहीं पुल निर्माण कंपनी से जुड़े इंजीनियरों ने कुछ दूसरी ही कहानी सुनाई. उन्होंने बताया कि क्रेन से काम करते समय यह हुआ है, जबकि मोके पर कोई क्रेन नजर नहीं आई. वहीं इस हादसे के बाद मौके पर जिला प्रसाशन ओर सार्वजनिक निर्माण विभाग का कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नही पंहुचा. 134 करोड़ 74 लाख की लागत से बन रहे 2 किलो मीटर लंबे बनास नदी के इस पुल का निर्माण वैसे तो इसी महीने मई 2024 में पूरा होना था, लेकिन निर्माण पूरा होने से पहले निर्माणाधीन पुल के पिल्लर के ऊपर रखे जाने वाले 5 गडर का एक साथ आंधी में नीचे गिर जाना बड़ी लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है.

मौके पर नहीं पहुंचा कोई अधिकारी

गडर गिरने की घटना में राहत की बात यह रही कि कोई नीचे नहीं थी. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस बड़ी लापरवाही के पीछे बड़ी वजह क्या रही और इस घटना के बाद भी प्रसाशन ओर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी मौके पर घंटों बाद भी क्यो नही पंहुचे.  यह पुल राजस्थान के सबसे लंबे पुलों में एक है और 134 करोड़ 74 लाख की लागत वाला यह पुल टोंक के गहलोद घाट पर बन रहा है. दो किमी लंबाई वाले इस पुल में 50 पिलर (स्पॉन) हैं. वहीं पुल की चौड़ाई 10 मीटर है. वह इस पुल के दोनों ओर डेढ़-डेढ़ मीटर की पैदल चलने के लिए फुटपाथ भी होगी. पुल की सड़क पूरी तरह से सीसी रोड होगी.