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Mizoram से भागे 23 पुलिसकर्मियों और नागरिकों ने मिजोरम में मांगी शरण

 

म्यांमार पुलिस के कम से कम 23 जवान और कुछ नागरिक सीमा पार करके भारत में घुस आए हैं और वह मिजोरम में शरण लेना चाह रहे हैं। अधिकारियों और सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मिजोरम से लोकसभा सांसद सी. लालरोसांगा ने कहा कि म्यांमार के 15 पुलिसकर्मी चम्पई जिले में आए, जबकि आठ पुलिसकर्मियों ने सेरछिप जिले में शरण ली है।

दरअसल म्यांमार में तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद से अंतराष्र्ट्ीय स्तर पर माहौल गरमा गया है। म्यांमार में जारी उथल-पुथल के बीच लोगों के साथ ही पुलिसकर्मियों ने भी अब सीमा पार करके भारत की सीमाओं में प्रवेश करना शुरू कर दिया है।

म्यांमार के पुलिस कर्मी और कुछ नागरिक बुधवार से मिजोरम के दो जिलों में घुस आए हैं।

लालरोसांगा ने फोन पर आईएएनएस को बताया, मिजोरम सरकार ने सैन्य तख्तापलट के मद्देनजर, म्यांमार से मिजोरम में प्रवेश करने वाले लोगों के संबंध में एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी किया है। मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने पहले ही सीमाओं पर रहने वाले लोगों से राज्य द्वारा जारी एसओपी का पालन करने के लिए कह दिया है।

सेरछिप जिला उपायुक्त कुमार अभिषेक और उनके चम्पई जिले के समकक्ष मारिया सी. टी. जुली ने अपने अलग-अलग बयानों में मीडिया को बताया कि जिला अधिकारी सीमा पार से आए लोगों को भोजन और आश्रय प्रदान कर रहे हैं।

दोनों उपायुक्त (डीसी) ने कहा कि पूरे मामले की जांच चल रही है और उच्चाधिकारी को इस संबंध में सूचित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि वे अब आगे के निदेशरें का इंतजार कर रहे हैं।

इस घटनाक्रम की पुष्टि के लिए आईएएनएस से मिजोरम गृह विभाग से भी संपर्क करने की कोशिश की, मगर अधिकारी फोन पर उपलब्ध नहीं हो पाए।

दोनों सीमावर्ती जिलों के ग्रामीणों ने मीडिया को बताया कि म्यांमार के निहत्थे पुलिस कर्मियों और नागरिकों सहित कम से कम 50 लोग तीन मार्च से सीमा पार करके पर्वतीय राज्य में घुस चुके हैं।

ग्रामीणों के अनुसार यह सभी लोग चिन जातीय समूह से हैं, जो मिजोरम के मिजो समुदाय से जुड़ा है।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस