मुंबई में गीली सड़क पर तेज रफ्तार लैम्बोर्गिनी फिसली, ड्राइवर बाल-बाल बचा
मुंबई के कोस्टल रोड पर बारिश के बीच एक तेज रफ्तार लैम्बोर्गिनी कार हादसे का शिकार हो गई। गीली सड़क पर कार फिसल गई और सड़क के डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में कार का अगला हिस्सा भारी क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन ड्राइवर बाल-बाल बच गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कार ड्राइवर आतीश शाह चला रहे थे। गाड़ी के फिसलने की घटना में किसी अन्य वाहन या राहगीर को चोट नहीं आई। हालांकि, कार की स्थिति गंभीर होने के कारण उसे ट्रैक्टर से सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
पुलिस ने मामले की तत्काल जांच शुरू कर दी है। तकनीकी कारणों का पता लगाने के लिए आरटीओ कार्यालय से संपर्क किया गया है ताकि यह जाना जा सके कि हादसे में कार की तकनीकी खराबी या ड्राइवर की लापरवाही कोई भूमिका तो नहीं रही।
विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के दौरान गीली और फिसलन वाली सड़कें वाहन दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बनती हैं। तेज रफ्तार और सड़क की खराब स्थितियां मिलकर ऐसे हादसों की संभावना बढ़ा देती हैं। उन्होंने ड्राइवरों से अपील की है कि बारिश में तेज रफ्तार से बचें और वाहन नियंत्रण बनाए रखें।
मुंबई में कोस्टल रोड पर यह हादसा इस बात की याद दिलाता है कि सड़क सुरक्षा और सतर्क ड्राइविंग कितनी महत्वपूर्ण है। शहर में बारिश के दिनों में सड़कें अक्सर फिसलन और जलजमाव का शिकार हो जाती हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
हादसे के बाद मौके पर पहुँचे पुलिस कर्मियों ने सुरक्षा उपाय और यातायात नियंत्रण सुनिश्चित किया। उन्होंने आसपास के वाहन चालकों से अपील की कि वे सुरक्षित दूरी बनाए रखें और सड़क पर संयमित गति से वाहन चलाएँ।
ड्राइवर आतीश शाह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गाड़ी फिसलते ही उन्होंने तुरंत ब्रेक और नियंत्रण बनाए रखने की कोशिश की। उनका कहना है कि सुरक्षा बेल्ट और वाहन के एडवांस तकनीकी फीचर्स ने उन्हें सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाई।
अंततः, मुंबई में कोस्टल रोड पर हुई यह घटना यह दर्शाती है कि बारिश और तेज रफ्तार का मिश्रण किसी भी समय गंभीर हादसे का कारण बन सकता है। तकनीकी जाँच और सुरक्षा उपायों के साथ ही ड्राइवरों की सतर्कता ही ऐसे हादसों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।