महाराष्ट्र में मॉनसून की विदाई होगी देरी से, अगले सप्ताह फिर बारिश का अलर्ट
महाराष्ट्र और मध्य भारत के मौसम को लेकर मौसम विभाग ने बड़ा अपडेट जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल मध्य भारत से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई समय पर नहीं हो पाएगी।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए मौसम सिस्टम के कारण महाराष्ट्र और मध्य भारत के कई हिस्सों में बारिश की संभावना बढ़ गई है। इस रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि 25 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच एक बार फिर बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की जा सकती है। आमतौर पर इस समय मॉनसून का अंतिम दौर होता है, लेकिन इस बार मौसम प्रणाली की गतिविधियों के कारण बारिश का सिलसिला延長 होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बनने वाले मौसमी सिस्टम भारी वर्षा और तेज हवाओं का कारण बन सकते हैं। इससे किसानों, यात्रियों और स्थानीय प्रशासन को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
मौसम विभाग ने कहा है कि राज्य के शहरों और ग्रामीण इलाकों में अचानक बारिश हो सकती है, जिससे जलजमाव और नदी-नालों में पानी का बढ़ना संभव है। आम लोगों से अपील की गई है कि वे बारिश के दौरान सड़क और जलस्तर की स्थिति पर नजर रखें।
विशेषज्ञों ने बताया कि मॉनसून की विदाई में देरी होने के कारण कृषि क्षेत्र में सिंचाई और फसलों पर असर पड़ सकता है। इस बार बारिश सामान्य से अधिक होने की वजह से किसानों को अपने खेतों और फसलों की सुरक्षा के उपाय करने की सलाह दी गई है।
आईएमडी के अनुसार, यह वर्षा सामान्य से ज्यादा होने के बावजूद, मॉनसून के अंतिम चरण की तरह हल्की और मध्यम दर्जे की रहेगी। हालांकि, अचानक तेज बारिश या तूफानी हवाओं के लिए लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
कुल मिलाकर, महाराष्ट्र और मध्य भारत के लिए यह मॉनसून का असामान्य अंतिम दौर होगा। बंगाल की खाड़ी में बनने वाले मौसम सिस्टम के प्रभाव से आने वाले सप्ताह में बारिश और हवा की गति में बदलाव देखने को मिल सकता है।
मौसम विभाग ने राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को भी सतर्क रहने और स्थानीय स्तर पर आवश्यक उपाय करने की हिदायत दी है। आम जनता से भी अनुरोध किया गया है कि वे मौसम अपडेट नियमित रूप से देखें और बारिश या बाढ़ से संबंधित सुरक्षा उपायों का पालन करें।
इस तरह इस साल का मॉनसून महाराष्ट्र और मध्य भारत में अपनी विदाई समय से थोड़ा विलंबित करेगा, और आने वाले दिनों में बारिश का दौर जारी रहेगा।