'ईंट का जवाब पत्थर से दो'... महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता के बयान से गरमाई राजनीति, आखिर कहां जाकर रुकेगा महाराष्ट्र का भाषा विवाद?
महाराष्ट्र में हिंदी भाषा का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज ठाकरे ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को जवाब देते हुए कहा है कि वह दुबे को मुंबई के समंदर में डुबो देंगे। राज ठाकरे और निशिकांत दुबे के बीच चल रहे इस विवाद में कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार भी कूद पड़े हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि ईंट का जवाब पत्थर से दो। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि ईंट का जवाब पत्थर से दो टाँके लगेंगे, जबकि पत्थर का जवाब चार टाँके लगेंगे।
कांग्रेस नेता का अजीबोगरीब बयान
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, आपने कहा, हमने कहा, हमने कहा, फिर आपने कहा, तो हिसाब बराबर है, है ना। हम हिंदी भाषा के खिलाफ नहीं हैं। सबसे पहले तो हिंदी पर सख्ती नहीं होनी चाहिए, महाराष्ट्र सभी भाषाओं का सम्मान करता है। राज ठाकरे को लगा होगा कि निशिकांत दुबे ने जो बकवास की है, उसका जवाब दिया जाना चाहिए, इसलिए उन्होंने ईंट का जवाब पत्थर से दिया। लेकिन ईंट का जवाब दो टाँके लगेंगे और पत्थर का जवाब चार टाँके लगेंगे। ऐसे में दोनों को चोट लगेगी और दोनों को नुकसान होगा। हमारी लड़ाई हिंदी भाषा से नहीं, बल्कि हिंदी भाषा को लाने वाली सरकार से है।
कांग्रेस नेता ने लगाए आरोप
कांग्रेस विधायक वडेट्टीवार ने कहा, महाराष्ट्र में स्थानीय चुनावों की घोषणा में बस कुछ ही महीने बचे हैं और उससे पहले ही महाराष्ट्र में मराठी बनाम हिंदी भाषा का मुद्दा उठाया जा रहा है। भाजपा ने जानबूझकर यह मुद्दा उठाया है, यह सब हिंदू वोटों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए किया गया है, ताकि मराठी वोट बंट जाएँ और भाजपा को फायदा हो। यही भाजपा की मंशा थी जिसमें वह कामयाब रही है। मराठी को हिंदी के खिलाफ खड़ा कर दिया गया है, मराठी वोटों के कई हितधारक हैं। कौन इस जाल में फँसेगा, किसे फायदा होगा, यह तो भविष्य में ही पता चलेगा।