बॉम्बे हाईकोर्ट की टिप्पणी: सिर्फ आधार, PAN कार्ड या वोटर ID से कोई व्यक्ति भारतीय नागरिक नहीं बनता
बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है कि सिर्फ आधार कार्ड, PAN कार्ड या वोटर ID होने से कोई व्यक्ति भारतीय नागरिक नहीं बन जाता। यह टिप्पणी जस्टिस अमित बोरकर की बेंच ने मंगलवार को दी, जब उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को बेल देने से इनकार कर दिया, जिसे कथित रूप से नकली दस्तावेजों के आधार पर भारत में नागरिकता का दावा करने का आरोप था।
कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि भारत में नागरिकता का दावा केवल दस्तावेज़ों के आधार पर नहीं किया जा सकता, बल्कि इसके लिए संविधान और अन्य कानूनी प्रक्रियाओं के तहत उचित प्रमाण और प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य है। अदालत ने कहा कि इन दस्तावेज़ों का होना एक बात है, लेकिन यह भारतीय नागरिकता का प्रमाण नहीं बनता।
यह मामला एक व्यक्ति के खिलाफ था, जो कथित रूप से भारत में बिना वैध नागरिकता के रह रहा था और उसने नागरिकता के लिए नकली दस्तावेज़ पेश किए थे। अदालत ने इस पर विचार करते हुए बेल देने से इनकार कर दिया और मामले की गहन जांच के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
यह टिप्पणी भारत में नागरिकता के मुद्दे पर कानूनी दृष्टिकोण को स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण है, जहां केवल पहचान के दस्तावेज़ों से किसी व्यक्ति की नागरिकता का निर्धारण नहीं किया जा सकता।