ई-अटेंडेंस में तकनीकी बाधा: शिक्षक एप ने बढ़ाई शिक्षकों की परेशानी, सुबह से शाम तक नहीं लग सकी उपस्थिति
छत्तीसगढ़ में 1 जुलाई से शिक्षकों के लिए शिक्षक एप पर ई-अटेंडेंस अनिवार्य कर दी गई है, लेकिन नई व्यवस्था की शुरुआत से ही तकनीकी समस्याएं सामने आने लगी हैं। बीते दो दिनों से एप सही तरीके से काम नहीं कर रहा है, जिससे शिक्षकों को सुबह से शाम तक उपस्थिति दर्ज कराने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
📱 सुबह 10:30 बजे तक प्रयास, पर नहीं लगी उपस्थिति
आदेश के अनुसार, सभी शिक्षकों को प्रतिदिन सुबह 10:30 बजे तक शिक्षक एप पर लॉगइन कर उपस्थिति दर्ज करनी होती है। लेकिन 1 जुलाई से लागू हुई इस व्यवस्था के दूसरे ही दिन एप ने सुबह समय पर काम करना बंद कर दिया।
कई शिक्षक लगातार पासवर्ड डालते रहे, लेकिन एप में लॉगइन नहीं हो सका। कुछ शिक्षकों की उपस्थिति 11 बजे के बाद जाकर दर्ज हो सकी, जबकि कुछ की उपस्थिति अब तक दर्ज नहीं हो पाई है।
🌆 शाम 5 बजे एप पूरी तरह बंद
केवल सुबह ही नहीं, बल्कि शाम 5 बजे तक, जब कई शिक्षक लॉगआउट या अपडेट करने की कोशिश कर रहे थे, उस समय भी एप ने काम करना बंद कर दिया। इसके चलते शिक्षकों को डर सता रहा है कि उनकी उपस्थिति रजिस्टर में नहीं दिखेगी, और इसका असर वेतन या रिपोर्टिंग पर पड़ सकता है।
🗣️ शिक्षकों ने जताई नाराजगी
शिक्षकों में इस तकनीकी खराबी को लेकर गहरी नाराजगी देखी गई। उनका कहना है कि
“जब तक एप पूरी तरह से तकनीकी रूप से सक्षम नहीं हो, तब तक इसे अनिवार्य करना अनुचित है। हम समय पर स्कूल पहुंचते हैं, लेकिन अब उपस्थिति दर्ज न होने के कारण जवाबदेही हम पर आ रही है।”
🏢 प्रशासनिक प्रतिक्रिया
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से बताया गया है कि
“एप में तकनीकी समस्या आई है, जिसकी जानकारी राज्य स्तर पर भेजी गई है। टेक्निकल टीम को अलर्ट कर दिया गया है और जल्दी ही समस्या का समाधान होगा।”
हालांकि, तब तक शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने प्रधानाचार्य से मैनुअल उपस्थिति दर्ज कराएं, ताकि उनके रोजगार या वेतन पर कोई प्रभाव न पड़े।