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बैतूल हाईवे पर बोलेरो अनियंत्रित होकर कुएं में गिरी, सात साधु-संत घायल

 

शुक्रवार शाम को बैतूल हाईवे पर ग्राम टेमनी (सावरी) के पास एक दर्दनाक हादसा हुआ। चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) से बालाजीपुरम (बैतूल) दर्शन के लिए आए सात साधु-संत अपने वाहन बोलेरो (क्रमांक MP-19-BB-0614) से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान अचानक बोलेरो का पिछला टायर फट गया और वाहन अनियंत्रित होकर हाईवे किनारे बने एक गहरे कुएं में जा समाया।

हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों और पुलिस टीम ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर साधु-संतों को वाहन से बाहर निकाला। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सभी सात साधु-संत घायल हुए हैं और उन्हें तुरंत बैतूल जिले के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों की स्थिति को गंभीर बताया जा रहा है, हालांकि अस्पताल के डॉक्टर उनकी स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहे हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वाहन का पिछला टायर फटने से हादसा हुआ। इस कारण चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा और बोलेरो हाईवे किनारे बने कुएं में जा गिरी। अधिकारियों ने कहा कि सड़क पर वाहन तेज गति से नहीं था, लेकिन टायर फटने से वाहन सीधे कुएं में चला गया।

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के समय क्षेत्र में काफी भीड़ थी। ग्रामीणों ने मिलकर साधु-संतों को वाहन से बाहर निकालने में मदद की। उन्होंने कहा कि घटना देखकर सभी लोग हैरान रह गए और तुरंत राहत कार्य शुरू किया।

हादसे के बाद पुलिस ने हाईवे पर यातायात को नियंत्रित किया और वाहन को कुएं से बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू की। दुर्घटना की पूरी जानकारी जुटाने के लिए पुलिस ने चालक से भी पूछताछ की। इसके अलावा, वाहन और टायर की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या टायर खराब था या किसी अन्य तकनीकी कारण से फटा।

विशेषज्ञों का कहना है कि गहरे कुएं के पास हाईवे किनारे पर्याप्त सुरक्षा उपाय नहीं होने से ऐसे हादसों की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने अपील की है कि हाईवे पर सुरक्षा अवरोध और चेतावनी संकेतों की व्यवस्था और कड़ी की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

साधु-संतों के अनुयायियों और स्थानीय लोगों ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया और सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया कि घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और दुर्घटना के कारणों की पूरी जांच की जाएगी।

यह हादसा एक बार फिर हाईवे सुरक्षा के महत्व को उजागर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि वाहन की नियमित जाँच और सड़क किनारे सुरक्षा उपायों का पालन करना बेहद आवश्यक है, खासकर तीर्थ यात्रा और लंबी दूरी की यात्रा के दौरान।

इस तरह, बैतूल हाईवे पर बोलेरो के कुएं में गिरने की यह घटना स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आम जनता के लिए एक चेतावनी बन गई है। अधिकारियों का कहना है कि हादसे की जांच पूरी होने के बाद भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।