मऊगंज में जल गंगा संवर्धन अभियान में 10 लाख का घोटाला, जांच के लिए टीम गठित
मध्य प्रदेश के मऊगंज में जल गंगा संवर्धन अभियान के नाम पर आयोजित एक कार्यक्रम में 10 लाख रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है। इस कार्यक्रम में उपयोग की गई गद्दा, चादर, नाश्ता और पानी की बोतलों के नाम पर भारी-भरकम भुगतान दिखाया गया है, जो अब संदेह के घेरे में है।
यह घोटाला उस समय सामने आया है जब हाल ही में शहडोल में ड्राई फ्रूट घोटाले ने भी सुर्खियां बटोरी थीं। मऊगंज में सामने आए इस नए मामले की शिकायत कलेक्टर से की गई है, जिसके बाद प्रशासन ने जांच के लिए विशेष टीम गठित कर दी है।
प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, कार्यक्रम के लिए जिन वस्तुओं की आपूर्ति दिखाई गई है, उनकी कीमत बाजार दरों से कई गुना अधिक बताई गई है। अधिकारियों का कहना है कि सभी बिलों और भुगतान की जांच की जाएगी और यदि कोई अनियमितता पाई जाती है तो जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि यह मामला सार्वजनिक धन के दुरुपयोग से जुड़ा है और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जांच रिपोर्ट जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी। जनता और सामाजिक संगठनों ने भी इस घोटाले पर कड़ी नाराजगी जताई है।