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मध्य प्रदेश में बारिश का कहर: कई जिलों में नदी-नाले उफान पर, पुल डूबे, बाढ़ जैसे हालात

 

मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। बीते दो दिनों में यानी गुरुवार और शुक्रवार को हुई भारी बारिश के चलते राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। खासकर विंध्य और महाकोशल अंचल के जिलों में स्थिति गंभीर होती जा रही है। नदियों और नालों के उफान पर आने से आवागमन ठप हो गया है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कुछ जगहों पर प्रशासन ने अलर्ट भी जारी किया है।

अशोकनगर में चंदेरी के पास पुल डूबा

अशोकनगर जिले में चंदेरी के पास तेज बारिश के बाद एक पुल पूरी तरह से पानी में डूब गया, जिससे दोनों ओर यातायात को बंद करना पड़ा। पुल डूबने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। प्रशासन ने एहतियातन वैकल्पिक मार्ग से ही आने-जाने की अपील की है। इस क्षेत्र में पिछले 24 घंटों में 150 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।

हरदा जिले में प्रशासन अलर्ट मोड पर

हरदा जिले में लगातार बारिश के बाद नर्मदा और अन्य छोटी नदियां उफान पर हैं। जिला प्रशासन ने शुक्रवार को अलर्ट जारी करते हुए नदी किनारे बसे गांवों के लोगों को सतर्क रहने को कहा है। संवेदनशील इलाकों में नावों और रेस्क्यू टीमों को तैनात किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में पानी भरने से फसलों को भी नुकसान की आशंका जताई जा रही है।

विंध्य-महाकोशल क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित

रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, शहडोल और कटनी जैसे विंध्य और महाकोशल क्षेत्र के जिलों में भारी बारिश की वजह से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। स्थानीय नदी-नालों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सीधी जिले में सोन नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। वहीं शहडोल में कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति है, जिससे आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

शहरों-कस्बों में भी जलभराव

केवल ग्रामीण क्षेत्र ही नहीं, बल्कि शहरी इलाके भी बारिश की मार से अछूते नहीं हैं। जबलपुर, सतना, रीवा और होशंगाबाद जैसे शहरों में सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया। जलभराव के चलते स्कूलों और दफ्तरों में उपस्थिति प्रभावित हुई है।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम की वजह से मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में और ज्यादा बारिश होने की संभावना है। विशेषकर नर्मदापुरम, रीवा, जबलपुर और भोपाल संभाग के जिलों को रेड और ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है।

जनता से अपील

प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और नदी-नालों के पास जाने से परहेज करें। किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन और आपदा राहत बल से संपर्क करें।बारिश के इस कहर से मध्य प्रदेश के हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हो गए हैं, और आने वाले दिनों में सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय साबित होगी।