MP Bhopal Aishbagh Bridge में 90 Degree वाले टर्न पर उठे सवाल, मजाक बना तो क्या बोली सरकार?
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हाल ही में बनकर तैयार हुआ पुल इन दिनों देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक ओर जहां इसके डिजाइन को लेकर सवाल उठ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इसके मीम्स भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसमें लोक निर्माण विभाग (PWD) के इंजीनियरों के सुरक्षा मापदंडों को भी कोर्ट में उठाया जा रहा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस और उसके नेता इसे लेकर स्थानीय विधायकों से लेकर इंजीनियरों और मंत्रियों को घेर रहे हैं। PWD मंत्री ने इस पर जवाब दिया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
कांग्रेस ने उठाए ये सवाल
आ रहे हैं ऐसे मीम्स
भ्रष्टाचार के समीकरण और समकोण: उमंग सिंघार
अजय सिंह ने लिखा कि "नरेला में बना 'विकास पुल' जो सीधा नहीं, बल्कि 90 डिग्री पर मुड़ा हुआ है! विश्वास सारंग जी की देखरेख में बना यह पुल सवालों से घिरा हुआ है- क्या इतने बड़े प्रोजेक्ट के डिजाइन पर उनकी नजर नहीं थी, या फिर जानबूझकर इसे अनदेखा किया गया? यह सिर्फ इंजीनियरिंग की गलती नहीं है, बल्कि व्यवस्थागत भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचार का ठोस उदाहरण है। भोपाल का घुमावदार 'चमत्कारी' पुल- इंजीनियरिंग का उदाहरण या हादसों को न्योता?
लागत और सुरक्षा पर भी उठे सवाल
पीडब्ल्यूडी मंत्री का जवाब
पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह का कहना है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की टीम ने साइट निरीक्षण किया है राजधानी भोपाल के ऐशबाग इलाके में बने रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) की जांच टीम कर रही है। कल टीम द्वारा तकनीकी रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसके आधार पर अगला निर्णय और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने मीडिया से कहा कि पुल बनने के बाद अचानक कुछ विशेषज्ञ आकर इस तरह की बातें करने लगते हैं, जबकि किसी भी पुल को बनाते समय कई तकनीकी पहलुओं को देखा जाता है। अगर कोई आरोप है तो उसकी जांच कराई जाएगी।