सोशल मीडिया पर जज बनकर रचा धोखे का जाल, वीडियो में जानें शादी का झांसा देकर करता रहा रेप, 15 लड़कियों को दे चुका धोखा
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले से सोशल मीडिया के जरिए ठगी और शारीरिक शोषण का गंभीर मामला सामने आया है। यहां 30 वर्षीय महिला को सोशल मीडिया पर बने रिश्ते के जाल में फंसाकर आरोपी ने खुद को राजस्थान हाईकोर्ट का जज बताकर दोस्ती की और फिर शादी का झांसा देकर करीब एक साल तक उसका शारीरिक शोषण किया। सच्चाई सामने आने के बाद पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद खंडवा पुलिस ने आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता की पहचान सोशल मीडिया के एक प्लेटफॉर्म के जरिए आरोपी से हुई थी। आरोपी ने खुद को राजस्थान हाईकोर्ट का जज बताते हुए महिला से बातचीत शुरू की। प्रभावशाली पद और मधुर व्यवहार के चलते महिला उसकी बातों में आ गई। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और आरोपी ने महिला को शादी का भरोसा दिलाया। इसी भरोसे के आधार पर आरोपी ने लंबे समय तक महिला का शारीरिक शोषण किया।
करीब एक साल बाद महिला को आरोपी की गतिविधियों पर शक हुआ। जब उसने उसकी जानकारी की गहराई से जांच की तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। आरोपी न तो जज था और न ही किसी न्यायिक पद पर कार्यरत था, बल्कि वह राजस्थान के उदयपुर का रहने वाला एक लॉ स्टूडेंट निकला। सच्चाई सामने आते ही महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई।
धोखे और शोषण का एहसास होने के बाद पीड़िता ने खंडवा थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। तकनीकी साक्ष्यों और सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच के आधार पर आरोपी की लोकेशन ट्रेस की गई, जिसके बाद खंडवा पुलिस की टीम ने राजस्थान जाकर आरोपी जयकिशन को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को खंडवा लाया गया और कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ कर यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि उसने महिला को किस तरह झांसे में लिया और क्या उसने इस तरह की ठगी और शोषण की वारदात किसी और के साथ भी की है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी के मोबाइल फोन और सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि आरोपी ने फर्जी पहचान के जरिए अन्य लोगों को भी अपने जाल में फंसाया हो सकता है।
यह मामला सोशल मीडिया पर बढ़ते फर्जी प्रोफाइल और झूठी पहचान के जरिए किए जा रहे अपराधों को लेकर एक बार फिर चेतावनी देता है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर किसी भी अनजान व्यक्ति पर आंख मूंदकर भरोसा न करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।