हरदा में करणी सेना प्रदर्शन पर पुलिस लाठीचार्ज मामला गरमाया, राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत दर्जनों कार्यकर्ता हिरासत में
करणी सेना द्वारा हरदा जिले में किए गए जोरदार प्रदर्शन और उस पर पुलिस के लाठीचार्ज, आंसू गैस और वाटर कैनन के इस्तेमाल का मामला अब राजनीतिक और सामाजिक रूप से तूल पकड़ने लगा है। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव के बाद पूरे घटनाक्रम को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
धोखाधड़ी और पुलिस पर रिश्वतखोरी के आरोप से शुरू हुआ विवाद
मामला एक धोखाधड़ी के केस से जुड़ा है, जिसमें करणी सेना का आरोप है कि पुलिस ने रिश्वत लेकर आरोपी को संरक्षण दिया और शिकायतों के बावजूद उचित कार्रवाई नहीं की। इसी को लेकर करणी सेना ने शनिवार को हरदा सिटी कोतवाली थाना के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में बेकाबू हुई भीड़, पुलिस ने किया बल प्रयोग
प्रदर्शन के दौरान जब भीड़ उग्र होने लगी, तो पुलिस ने उसे काबू में करने के लिए लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले, और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस कार्रवाई में करणी सेना के कई कार्यकर्ता घायल हो गए, जिनमें से कुछ को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर समेत दर्जनों कार्यकर्ता हिरासत में
प्रदर्शन के बाद पुलिस ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर समेत 3 दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। हालांकि, देर रात शेरपुर को सशर्त रिहा कर दिया गया। बाकी कार्यकर्ताओं पर पुलिस कार्रवाई जारी है और कई पर शांति भंग करने, सरकारी काम में बाधा डालने और कानून व्यवस्था भंग करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
बढ़ रही है राजनीतिक हलचल
घटना के बाद करणी सेना के समर्थकों और विभिन्न राजनैतिक दलों ने भी पुलिस कार्रवाई को अनुचित और पक्षपाती करार दिया है। कई सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन की सफाई
जिला प्रशासन का कहना है कि भीड़ द्वारा कानून हाथ में लेने की कोशिश की जा रही थी, जिससे जन सुरक्षा को खतरा था। इसी कारण पुलिस ने नियंत्रित बल प्रयोग किया।