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विधायक ने कलेक्टर के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया! BJP सरकार पर PCC चीफ जीतू पटवारी ने साधा निशाना, देखे वायरल फुटेज 

 

मध्य प्रदेश के भिंड शहर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी के तीखे तेवर देखने को मिले। एक कार्यक्रम में उन्होंने सरकार को जमकर घेरा और कलेक्टर-विधायक विवाद पर कहा कि इसके लिए सिर्फ भाजपा सरकार जिम्मेदार है।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/LQG-jWj4BDg?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/LQG-jWj4BDg/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="भिंड से उठी किसानों की आवाज़ तो Jitu Patwari ने BJP सरकार को घेरा | MP Politics | Narendra Kushwah" width="1250">

भिंड के बाईपास स्थित एक निजी गार्डन में बुधवार रात कांग्रेस की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने बैठक की शुरुआत कार्यकर्ताओं से "वोट चोर गड्डी छोड़ो" का नारा लगवाकर की। पटवारी अपने दो नवनियुक्त जिला अध्यक्षों पिंकी भदौरिया और ग्रामीण अध्यक्ष रमेश बघेल के पहले दौरे पर भिंड आए थे।

पटवारी ने भिंड में हाल ही में हुए कलेक्टर और विधायक विवाद पर कहा कि "अगर विधायक कुशवाह यूरिया के लिए लड़ रहे हैं, तो यह उनकी गलती नहीं है। अगर उन्होंने कलेक्टर का भ्रष्टाचार पकड़ा है, तो यह भी गलत नहीं है। सवाल यह है कि कलेक्टर दोषी हैं या विधायक, लेकिन असली दोष भाजपा सरकार का है, जिसने ऐसी स्थिति पैदा की है।" पटवारी ने वोट चोरी का मुद्दा ज़ोरदार तरीके से उठाया।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 2014 से अब तक देश भर की 35 लोकसभा सीटों पर वोट चुराए हैं। उन्होंने कहा कि "देश में ठगों का एक गिरोह उभरा, जिसने जनता से झूठे वादे किए और सत्ता हासिल करने के लिए पाँच राज्यों की सरकारें गिरा दीं। विधायकों की खरीद-फरोख्त के सौदे 25 से 50 करोड़ रुपये तक के थे और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुट के विधायक भी इसमें शामिल थे।" पटवारी ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि भाजपा नए कानून के ज़रिए मुख्यमंत्री और सांसदों को डराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रसार पर सरकार को घेरा और कहा कि मध्य प्रदेश में सबसे ज़्यादा सूखा नशा बिक रहा है। इससे परिवार बर्बाद हो रहे हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।