इंदौर फिर बना देश का सबसे स्वच्छ शहर, राष्ट्रपति ने सुपर लीग श्रेणी में किया सम्मानित
स्वच्छता के उन सितारों को पाने का सपना संजोते-संजोते जहां देश के कई बड़े शहरों की आंखें पथरा गईं, वहीं इंदौर ने एक बार फिर उन्हें अपने आसमान पर चमकते हुए संजो लिया है। गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित एक गरिमामयी समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इंदौर को सुपर लीग श्रेणी में देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया।
इस ऐलान के साथ ही मालवा की इस सरज़मीं ने इतिहास रचते हुए स्वच्छता के क्षेत्र में अपनी अव्वल पहचान को एक बार फिर साबित कर दिया है। इंदौरवासियों ने इस पल को बड़े गर्व और उत्साह के साथ मनाया और अपनी इस सफलता को "इंदौर की मेहनत, जनता का साथ और प्रशासन की सतर्कता" का नतीजा बताया।
लगातार उत्कृष्टता का प्रतीक बना इंदौर
यह कोई पहली बार नहीं है जब इंदौर ने स्वच्छता का ताज पहना है। इससे पहले भी इंदौर लगातार सात बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बन चुका है। लेकिन इस बार की बात खास है क्योंकि यह घोषणा सुपर लीग श्रेणी में हुई है, जिसमें सिर्फ उन्हीं शहरों को शामिल किया गया जो निरंतर प्रदर्शन और नवाचार में श्रेष्ठ हैं।
स्वच्छता मिशन का चमकता सितारा
इंदौर की सफलता के पीछे है वहां के नागरिकों की सक्रिय भागीदारी, सफाई कर्मचारियों की निष्ठा, और नगर निगम की सुदृढ़ कार्ययोजना। शहर के हर कोने में स्रोत पर कचरा पृथक्करण, डोर-टू-डोर कलेक्शन, कचरे से खाद और बिजली बनाने जैसे अनगिनत नवाचार इंदौर को दूसरों से अलग बनाते हैं।
गर्व का क्षण
राष्ट्रपति द्वारा जब इंदौर का नाम लिया गया, तो पूरे शहर में गर्व और खुशी की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया से लेकर शहर की गलियों तक, हर ओर "स्वच्छता में फिर से नंबर वन – हमारा इंदौर" के जयघोष सुनाई दिए।