इंदौर के डॉक्टर मोहित भंडारी ने रचा इतिहास, 850 किलोमीटर दूर से की दुनिया की पहली प्रमाणित टेली-सर्जरी
चिकित्सा जगत में भारत ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। डॉ. मोहित भंडारी, जो देश के जाने-माने बेरिएट्रिक और मेटाबॉलिक सर्जन हैं, ने 850 किलोमीटर दूर से बैठकर एक महिला मरीज की रोबोटिक और बेरिएट्रिक सर्जरी सफलतापूर्वक की। यह सर्जरी 6 जुलाई 2025 को की गई और इसे दुनिया की पहली प्रमाणित टेली-सर्जरी के रूप में दर्ज किया गया है।
कहां थे डॉक्टर और कहां था मरीज?
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डॉ. भंडारी उस वक्त गुरुग्राम (हरियाणा) में मौजूद थे
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मरीज महिला इंदौर के एक अस्पताल में ऑपरेशन टेबल पर थी
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दोनों स्थानों के बीच की दूरी लगभग 850 किलोमीटर है
कैसे संभव हुई यह सर्जरी?
यह सर्जरी 5G नेटवर्क और अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी तकनीक की मदद से संभव हुई।
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डॉक्टर भंडारी ने रीमोट सर्जिकल कंसोल के माध्यम से रोबोटिक सिस्टम को कंट्रोल किया
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रोबोटिक आर्म्स ने डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार मरीज पर सटीक सर्जिकल मूवमेंट्स किए
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पूरा प्रोसेस रीयल टाइम, लो-लेटेंसी कनेक्शन से जुड़ा रहा, जिससे कोई तकनीकी बाधा नहीं आई
क्या थी मरीज की स्थिति?
मरीज मोटापे से ग्रसित थी और उसे बेरिएट्रिक सर्जरी की आवश्यकता थी। इस प्रक्रिया में पेट का आकार कम किया जाता है जिससे व्यक्ति की भूख और कैलोरी इनटेक घटता है।
क्यों खास है यह उपलब्धि?
| विशेषता | विवरण |
|---|---|
| सर्जन | डॉ. मोहित भंडारी |
| मरीज का स्थान | इंदौर |
| डॉक्टर का स्थान | गुरुग्राम |
| सर्जरी की तकनीक | रोबोटिक + टेली-सर्जरी (5G आधारित) |
| दूरी | 850 किलोमीटर |
| तिथि | 6 जुलाई 2025 |
| उपलब्धि | विश्व की पहली प्रमाणित टेली-सर्जरी |
क्या बोले डॉ. मोहित भंडारी?
"यह सिर्फ तकनीक का नहीं, बल्कि भारतीय मेडिकल सिस्टम की दूरदृष्टि का परिणाम है। इस सर्जरी से हमने यह सिद्ध कर दिया कि भारत चिकित्सा तकनीक में अग्रणी है। अब कोई भी मरीज, चाहे वह कितनी भी दूर क्यों न हो, विशेषज्ञ सर्जनों से उपचार प्राप्त कर सकता है।"
इसका भविष्य क्या होगा?
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दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को विशेषज्ञों से सर्जरी की सुविधा मिल सकेगी
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एमर्जेंसी सर्जरी, युद्ध क्षेत्र, प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्रों में यह तकनीक वरदान बन सकती है
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भारत में 5G और टेली-मेडिसिन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत मानी जा रही है