ग्वालियर में एक पते पर मतदाताओं की भारी संख्या, चुनाव आयोग के लिए चुनौती बनी समस्या
देशभर में मतदाता रजिस्ट्रेशन को लेकर चुनाव आयोग विपक्ष के निशाने पर है, वहीं ग्वालियर जिले की पंचायत और नगरीय निकाय में भी एक पते पर कई मतदाताओं के रजिस्ट्रेशन की समस्या ने सुर्खियां बटोरी हैं। हाल ही में स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कार्पोरेशन, भोपाल द्वारा जारी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जिले में 29,250 ऐसे पते हैं, जहां वोटरों की संख्या असामान्य रूप से अधिक है।
एक पते पर दर्जनों मतदाता
रिपोर्ट के अनुसार, एक पते पर 10 से ज्यादा मतदाता दर्ज हैं। इसके अलावा, 171 ऐसे घर भी हैं, जिनमें 50 से अधिक लोग निवास करते हैं। यह स्थिति मतदाता सूची की विश्वसनीयता और चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए गंभीर चुनौती बन रही है।
सत्यापन में पंचायतों की देरी
चुनाव आयोग ने पंचायत स्तर से इन घरों और पते का सत्यापन कर सही जानकारी रिपोर्ट के तौर पर 14 अगस्त तक भोपाल भेजने को कहा था। हालांकि, पंचायतों ने इस महत्वपूर्ण कार्य को पूरा नहीं किया है। इसी कारण से उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी संबंधित पक्षों को फिर से स्मरण पत्र जारी कर समय सीमा का पालन करने को कहा है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया और चुनाव आयोग की चुनौती
इस मामले को लेकर विपक्ष ने चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में गड़बड़ी और अनुचित रजिस्ट्रेशन की गंभीरता से निपटने में विफलता का आरोप लगाया है। यह विवाद देश के चुनावी माहौल को भी प्रभावित कर रहा है।
आगामी कार्रवाई
चुनाव आयोग और जिला प्रशासन द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। पंचायतों को अब तेजी से सत्यापन कर रिपोर्ट सौंपनी होगी ताकि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी हो सके।