×

महाकाल मंदिर में नागपंचमी पर्व की भव्य तैयारी शुरू, देशभर से श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद

 

उज्जैन के विश्वविख्यात श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में 29 जुलाई को मनाए जाने वाले नागपंचमी महापर्व को लेकर प्रशासन और मंदिर समिति ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सावन मास के इस विशेष पर्व पर लाखों श्रद्धालु देशभर से महाकाल बाबा के दर्शन करने उज्जैन पहुंचते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

नागपंचमी पर्व पर महाकाल मंदिर में विशेष पूजन-अर्चन और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन होता है। इस दौरान मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है, जो बाबा महाकाल के दर्शन के लिए लंबी कतारों में लगते हैं। इसे देखते हुए मंदिर में प्रवेश और निकास की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित किया जा रहा है।

मंदिर प्रवेश मार्ग के मुहाने पर स्थित लालपुल क्षेत्र में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु पार्किंग, प्रसाद वितरण, स्वास्थ्य सहायता और पेयजल व्यवस्था पर जोर दिया गया है। कर्कराज पार्किंग और भील समाज धर्मशाला में विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं, जहां बाहर से आने वाले श्रद्धालु विश्राम कर सकें और दर्शन के लिए कतार में लग सकें।

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने दर्शन व्यवस्था को चरणबद्ध रूप से सुव्यवस्थित करने की योजना बनाई है। भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों की मदद ली जाएगी। CCTV कैमरों से निगरानी व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।महाकाल मंदिर समिति के एक अधिकारी ने बताया कि, "इस बार नागपंचमी पर्व को लेकर विशेष सजावट की जाएगी। फूलों और लाइट्स से मंदिर परिसर को सजाया जाएगा और पारंपरिक पद्धति से नाग देवता और भगवान शिव की विशेष आराधना की जाएगी।"

मंदिर में विशेष पूजन के लिए पुजारियों की अलग टीम तैयार की गई है, जो पौराणिक विधि-विधान से पूजन संपन्न कराएगी। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में केवल चुनिंदा पुजारी ही प्रवेश कर सकेंगे, जबकि अन्य श्रद्धालु निर्धारित मार्ग से होकर भगवान के दर्शन कर सकेंगे।सुरक्षा व्यवस्था के तहत पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। शहर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाए रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही रेलवे और बस स्टैंडों पर श्रद्धालुओं के स्वागत और मार्गदर्शन के लिए विशेष हेल्प डेस्क भी बनाए जाएंगे।

नागपंचमी महापर्व पर महाकाल मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस दिन को शिवभक्त विशेष पुण्यदायी मानते हैं और हजारों किलोमीटर दूर से उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन का लाभ उठाते हैं।इस प्रकार, नागपंचमी पर्व को लेकर महाकाल मंदिर में न केवल धार्मिक भावना की लहर दौड़ रही है, बल्कि प्रशासनिक स्तर पर भी व्यापक तैयारी जोर-शोर से चल रही है।