बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय प्रणाली, मध्य प्रदेश में फिर सक्रिय होगा मानसून
बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवातीय प्रणाली विकसित हो गई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, यह मौसम प्रणाली बुधवार तक कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकती है। इसके साथ ही मानसून द्रोणिका के हिमालय की तलहटी से नीचे खिसकने की संभावना है, जिससे मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू होने के आसार हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों का कहना है कि चक्रवातीय प्रणाली के सक्रिय होते ही राज्य के कई हिस्सों में नमी की आपूर्ति बढ़ जाएगी। इससे अगले कुछ दिनों में भोपाल, जबलपुर, इंदौर, रीवा, शहडोल और होशंगाबाद संभाग में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।
बारिश से किसानों को राहत
लंबे समय से बारिश के इंतजार में बैठे किसानों के लिए यह खबर राहतभरी है। अच्छी वर्षा से खरीफ फसलों की बुवाई में तेजी आएगी और पहले से बोई गई फसलों को भी पर्याप्त पानी मिलेगा। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह बारिश समय पर और पर्याप्त मात्रा में होती है तो उत्पादन पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
पिछले दिनों हुई कमी
मध्य प्रदेश में पिछले सप्ताह कई इलाकों में बारिश की गतिविधियां धीमी पड़ गई थीं, जिससे तापमान और उमस में इजाफा हो गया था। मौसम विभाग के मुताबिक, नई प्रणाली के प्रभाव से यह स्थिति बदल जाएगी और अधिकतर जिलों में तापमान में गिरावट आएगी।
सतर्कता की अपील
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के कारण जलभराव और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन को अलर्ट रहने और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।