रिश्वतकांड में रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन रविशंकर महाराज पर CBI ने दर्ज की FIR
छत्तीसगढ़ से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। मेडिकल काउंसिल के अधिकारियों को रिश्वत देने के गंभीर आरोप में रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन रविशंकर महाराज उर्फ रावतपुरा सरकार के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
🔍 क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, यह मामला मेडिकल कॉलेज को मान्यता दिलाने या बरकरार रखने के बदले रिश्वत दिए जाने से जुड़ा है। रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज, जो छत्तीसगढ़ में स्थित है, उसके चेयरमैन रविशंकर महाराज पर आरोप है कि उन्होंने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (अब नेशनल मेडिकल कमीशन) के कुछ अधिकारियों को रिश्वत की पेशकश की थी या दी थी।
CBI को मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कॉलेज में कई तकनीकी और नियामकीय खामियों के बावजूद मान्यता बनाए रखने के लिए प्रभावित करने का प्रयास किया गया। इस मामले में कथित आर्थिक लेन-देन के साक्ष्य भी सामने आए हैं।
📜 CBI की कार्रवाई
CBI ने रविशंकर महाराज के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसी ने कहा है कि वह मामले से जुड़े सभी पक्षों, दस्तावेजों और बैंकिंग लेन-देन की जांच करेगी।
🏥 मेडिकल शिक्षा में गिरावट पर चिंता
इस मामले ने मेडिकल शिक्षा क्षेत्र में भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह सवाल उठाया जा रहा है कि क्या निजी मेडिकल कॉलेजों को मान्यता देने की प्रक्रिया पारदर्शी है या नहीं? अगर रिश्वत के आधार पर मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दी जा रही है, तो इससे छात्रों की गुणवत्ता और मरीजों की सुरक्षा दोनों खतरे में आ सकते हैं।
🗣️ राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटनाक्रम के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में भी हलचल देखी जा रही है। विपक्षी दलों ने मामले को लेकर राज्य सरकार और शिक्षा विभाग पर सवाल उठाए हैं। वहीं, रावतपुरा सरकार के अनुयायियों में भी इस खबर से चौंकाने और मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।