आजीवन कारावास भुगत रहा आसाराम पहुंचा इंदौर के अस्पताल, ईको और हार्ट की जांच के लिए भर्ती, समर्थकों की उमड़ी भीड़
नाबालिग बालिका और महिला के साथ बलात्कार के मामलों में आजीवन कारावास की सजा काट रहे स्वयंभू संत आसाराम शनिवार को एक बार फिर इंदौर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए लाए गए। वह करीब आधे घंटे तक अस्पताल में मौजूद रहे, जहां उनकी ईको और हृदय संबंधी जांचें की गईं। अस्पताल में उनकी उपस्थिति की सूचना मिलते ही उनके अनुयायियों की भीड़ भी जमा हो गई, जिससे अस्पताल परिसर में हलचल का माहौल बन गया।
रेगुलर मेडिकल चेकअप के तहत हुआ इलाज
जानकारी के अनुसार, जेल प्रशासन की अनुमति के बाद आसाराम को सुरक्षा के बीच सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें हृदय और बीपी संबंधी दिक्कतें हैं, जिसके लिए उनकी ईको, ईसीजी और अन्य कार्डियोलॉजिकल टेस्ट किए गए। हालांकि, अस्पताल प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने इस दौरान मीडिया से दूरी बनाए रखी और पूरे दौरे को सुरक्षा के घेरे में संपन्न किया गया।
समर्थकों की जुटी भीड़
जैसे ही आसाराम के अस्पताल में होने की जानकारी उनके समर्थकों को मिली, बड़ी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और युवाओं की भीड़ अस्पताल परिसर के बाहर जमा हो गई। कुछ समर्थक नारेबाजी करते हुए आसाराम के दर्शन की मांग करने लगे, वहीं कुछ ने दावा किया कि उनका ‘गुरुजी’ निर्दोष है और उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है।
भीड़ बढ़ने के बाद अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी, और किसी को भी आसाराम से मिलने की इजाजत नहीं दी गई।
इससे पहले भी अस्पताल आ चुके हैं आसाराम
गौरतलब है कि आसाराम इससे पहले भी कई बार मेडिकल चेकअप के नाम पर अस्पताल आ चुके हैं। 19 फरवरी 2024 को भी वह इसी अस्पताल में नियमित स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंचे थे। अक्सर उनके स्वास्थ्य को लेकर जेल प्रशासन मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर अनुमति देता है।
कौन है आसाराम?
आसाराम एक समय देशभर में लोकप्रिय धर्मगुरु के रूप में जाने जाते थे, लेकिन 2013 में नाबालिग शिष्या से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद उनकी छवि पूरी तरह ध्वस्त हो गई। 2018 में जोधपुर की विशेष अदालत ने उन्हें दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। इसके अलावा एक अन्य महिला से रेप के मामले में भी वह दोषी पाए गए हैं।