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नर्मदा तट पर पेशाब करने से नाराज जिला पंचायत सीईओ ने युवक को मारे थप्पड, वीडियो में देखें पुजारी को भी दी धमकी

 

नर्मदा तट पर पेशाब करने के मामले में जिला पंचायत के सीईओ IAS गजेंद्र नागेश द्वारा एक युवक को थप्पड़ मारने और पुजारी को धमकी देने का मामला सामने आया है। यह घटना शनिवार को बरमान रेत घाट पर हुई थी, लेकिन इसका वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है।

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घटना के मुताबिक, घाट के पास जनरल स्टोर चलाने वाले ब्रजेश नौरिया तट के पीछे पेशाब करने गए थे। इस दौरान सीईओ गजेंद्र नागेश मौके पर पहुंचे और इस अप्रिय घटना को देखकर नाराज हो गए। आरोप है कि उन्होंने चालानी कार्रवाई करने की बजाय सार्वजनिक रूप से युवक को दो-तीन थप्पड़ मारे। इसके अलावा युवक को दुकान तोड़ने और घाट पर दोबारा न दिखने की धमकी भी दी गई।

घटना के दौरान बीच-बचाव करने आए पुजारी को भी सीईओ ने धमकी दी। वीडियो में देखा जा सकता है कि अधिकारी का आक्रामक व्यवहार लोगों में आक्रोश पैदा कर रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सीईओ का यह व्यवहार न केवल अनुचित था बल्कि सार्वजनिक जगह पर किसी अधिकारी द्वारा इस तरह की अभद्रता करने से लोगों में गुस्सा फैल गया है।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासनिक महकमे में भी हलचल मची है। नागरिक और स्थानीय नेता सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस घटना की निंदा कर रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि क्या उच्च पदस्थ अधिकारी को सार्वजनिक स्थान पर अपने गुस्से पर काबू नहीं रखना चाहिए।

विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकारियों के लिए सार्वजनिक व्यवहार का विशेष महत्व होता है। इस प्रकार की घटनाएं न केवल अधिकारी की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि प्रशासनिक अनुशासन और जनता के विश्वास को भी प्रभावित करती हैं।

इस घटना के बाद जिला प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। वहीं, सोशल मीडिया और स्थानीय समाचार चैनलों पर इसे लेकर बहस और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। नागरिकों ने मांग की है कि आरोपी अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसे मामलों से निपटने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।

इस घटना ने यह भी सवाल खड़ा किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर नियमों का उल्लंघन करने वाले नागरिकों और अधिकारियों के आचरण के बीच संतुलन कैसे बनाए रखा जाए।

स्थानीय लोग और सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इस घटना को प्रशासनिक जिम्मेदारी और सार्वजनिक व्यवहार की दृष्टि से गंभीर मान रहे हैं। आने वाले दिनों में प्रशासन इस मामले में कार्रवाई कर सकता है, जिससे विवाद को नियंत्रित करने का प्रयास किया जाएगा।