73 वर्षीय वृद्ध धर्मदास पाल सुनार नदी में बहे, तेज बहाव बना हादसे की वजह
जिले के रहली क्षेत्र से रविवार सुबह एक मर्मस्पर्शी हादसा सामने आया है, जहां 73 वर्षीय वृद्ध धर्मदास पाल स्नान करते समय सुनार नदी में तेज बहाव की चपेट में आकर बह गए। यह घटना बंधा घाट की है, जो स्थानीय धार्मिक और दैनिक स्नान का प्रमुख स्थल माना जाता है।
स्नान के लिए पहुंचे थे घाट
जानकारी के अनुसार, धर्मदास पाल रविवार की सुबह रोज की तरह बंधा घाट पर स्नान करने के लिए पहुंचे थे। नदी में उस समय पानी का बहाव सामान्य से अधिक था, लेकिन वृद्ध स्नान के लिए पानी में उतर गए। इसी दौरान उनका संतुलन बिगड़ा और वे तेज बहाव में बहते चले गए।
स्थानीय लोगों ने देखा, पुलिस को दी सूचना
घाट के पास मौजूद स्थानीय लोगों ने जब धर्मदास पाल को बहते हुए देखा, तो उन्होंने तुरंत शोर मचाया और रहली पुलिस को सूचना दी। कुछ लोगों ने उन्हें बचाने का प्रयास भी किया, लेकिन तेज धार के कारण वे सफल नहीं हो सके।
रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू
पुलिस की सूचना पर रेस्क्यू टीम और गोताखोर दल मौके पर पहुंचा और सुनार नदी में खोजबीन शुरू कर दी। समाचार लिखे जाने तक वृद्ध का पता नहीं चल सका है। पुलिस और प्रशासन की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है।
घाट पर उमड़ी भीड़, माहौल गमगीन
घटना के बाद बंधा घाट पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। परिजन भी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे और उनकी हालत बेहद खराब हो गई। मौके पर मौजूद हर व्यक्ति भावुक था, क्योंकि धर्मदास पाल क्षेत्र में एक शांत, धार्मिक और मिलनसार व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे।
प्रशासन की अपील: तेज बहाव में न उतरें नदी में
इस घटना के बाद प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि मानसून के समय नदियों में जलस्तर और बहाव का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है। विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों को ऐसे समय में नदी में स्नान से परहेज करने की सलाह दी गई है। साथ ही घाटों पर चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाने की बात भी कही गई है।