कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ से दो बड़े मामलों का खुलासा: अश्लील वीडियो क्लिप और नाबालिग उत्पीड़न ने बढ़ाई चिंता
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले से दो बेहद चौंकाने वाली और गंभीर घटनाएं सामने आई हैं, जो न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं बल्कि समाज में बढ़ती सांप्रदायिक और डिजिटल अपराधों की भी ओर इशारा करती हैं। पहला मामला एक हिंदू संगठन के नेता के मोबाइल से मिली अश्लील वीडियो क्लिप का है, जबकि दूसरा एक नाबालिग लड़के और लड़की के उत्पीड़न और धमकी से जुड़ा हुआ है।
अश्लील वीडियो क्लिप और राजनेताओं की संलिप्तता
पुलिस ने हाल ही में हिंदू जागरण वेदिके की दक्षिण कन्नड़ इकाई के सह-संयोजक समित राज धारेगुड्डे को एक निजी बस पर पथराव करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। प्रारंभिक जांच के दौरान जब पुलिस ने उनके मोबाइल फोन की तलाशी ली, तो उनके फोन में लगभग 50 अश्लील वीडियो क्लिप बरामद की गईं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन वीडियो में कुछ स्थानीय राजनेताओं के चेहरे भी स्पष्ट रूप से नजर आते हैं, जिससे मामला और अधिक संवेदनशील हो गया है। इन वीडियो की विधिक वैधता, उत्पत्ति और प्रसार को लेकर पुलिस जांच में जुट गई है।
फिलहाल पुलिस ने इस नई जानकारी के आधार पर समित राज के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की है। अब यह जांच की जा रही है कि ये वीडियो उन्होंने खुद बनाए, रिकॉर्ड किए या फिर किसी और ने इन्हें बनाकर उन्हें भेजा। इसके अलावा, यह भी जानने की कोशिश हो रही है कि क्या ये क्लिप जानबूझकर कई लोगों को भेजी गईं और इनका उद्देश्य ब्लैकमेल या राजनीतिक साजिश तो नहीं था।
पुत्तूर में नाबालिगों का उत्पीड़न और सांप्रदायिक टिप्पणी
इसी जिले के पुत्तूर शहर से जुड़ा दूसरा मामला भी बेहद गंभीर है। एक नाबालिग लड़के और लड़की को परेशान करने, उनके वीडियो बनाने और उस वीडियो को सांप्रदायिक टिप्पणी के साथ सोशल मीडिया पर प्रसारित करने का मामला सामने आया है।
यह घटना 5 जुलाई को घटी जब दोनों नाबालिग बीरमाले हिल के पास बैठे थे। तभी दो युवक वहां पहुंचे और उन्होंने न केवल उन दोनों को गाली-गलौज की, बल्कि उनका वीडियो बनाकर व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर वायरल कर दिया।
इस पूरे कृत्य में सांप्रदायिक भाषा का इस्तेमाल किया गया, जिससे सामाजिक तनाव और नफरत फैलने का खतरा था। नाबालिग लड़के के पिता की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 43 वर्षीय पुरुषोत्तम और 38 वर्षीय रामचंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें नाबालिगों का उत्पीड़न, साइबर अपराध और सांप्रदायिक उकसावे जैसे आरोप शामिल हैं।