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पुलिसवालों के शवों में बम प्लांट कर देता था यह कुख्यात, जेल से निकलने के बाद रांची में फिर हो रहा था एक्टिव, चार नक्सली गिरफ्तार

 

झारखंड में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के एक कर्मचारी से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई। इस धमकी के पीछे सीसीपी (माओवादी) कोयल-शंख जोन कमेटी का नाम सामने आया है। अब पुलिस ने इस मामले में चार कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इन नक्सलियों में योगेंद्र गंजू उर्फ पवन गंजू भी शामिल है, जो बेहद खतरनाक है। इसने एक जवान की शहादत के बाद उसका पेट फाड़कर बम लगा दिया था।

रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। गुप्त सूचना के आधार पर खलारी थाना क्षेत्र के बक्सी बंगला चट्टी नदी इलाके में की गई घेराबंदी के दौरान चार कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें योगेंद्र गंजू उर्फ पवन गंजू, मुकेश गंजू, राजकुमार नाहक और मनु गंजू शामिल हैं। इनके पास से एक लोडेड देसी पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई।

25 जून को मांगी गई थी एक करोड़ की रंगदारी

25 जून 2025 को सीसीएल के महाप्रबंधक कार्यालय में कार्यरत एक कर्मचारी को भाकपा-माओवादी संगठन के नाम पर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने की धमकी दी गई थी। इस मामले में पीड़ित ने खलारी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची ग्रामीण एसपी के निर्देश पर खलारी डीएसपी के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया गया। टीम ने बक्सी बांग्ला चट्टी नदी के पास से चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया।

योगेंद्र गंजू उर्फ पवन गंजू कौन है?

गिरफ्तार नक्सली योगेंद्र गंजू उर्फ पवन झारखंड के कई जिलों में दर्जनों संगीन मामलों में वांछित है। उस पर 2013 में लातेहार के गारू थाना क्षेत्र के कटिया जंगल में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में एक पुलिस जवान के शहीद होने के बाद जवान के शरीर में बम लगाने का भी आरोप है। योगेंद्र ने जवान का पेट चीरकर बम लगाया था।

वहीं, पवन गंजू 2006 में संगठन में शामिल हुआ और गारू-सारू इलाके का एरिया कमांडर बना। 2009 में वह सब-जोनल कमांडर बना। 2012 में उसे गिरफ्तार किया गया, लेकिन बाद में उसने संगठन से दूरी बना ली। आर्थिक तंगी के कारण वह फिर से संगठन में शामिल हो गया और व्यवसायियों, ठेकेदारों, कोयला कारोबारियों से रिश्वत वसूलने लगा। इसी कड़ी में पवन और उसके साथियों ने सीसीएल कर्मियों से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी।