जीएसटी घोटाले के आरोपी पंचानन सरदार का परिवार गरीबी और संघर्ष के बीच जिंदगी जी रहा
यह विरोधाभास की एक कहानी है, जहां एक ओर 55 करोड़ रुपये के बड़े जीएसटी घोटाले के आरोप पंचानन सरदार पर लगे हैं, वहीं दूसरी ओर उनका परिवार गरीबी और लाचारी के चलते दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है।
आरोपों का घेरा
जांच एजेंसियां पंचानन सरदार को इस करोड़ों के फर्जीवाड़े का एक अहम हिस्सा मान रही हैं। बड़ी रकम के इस घोटाले में उनके नाम का होना चर्चा का विषय बना हुआ है और जांच तेज़ी से जारी है।
परिवार की स्थिति
हालांकि, जिस व्यक्ति पर करोड़ों के घोटाले का आरोप है, उसका परिवार आज पाई-पाई की तंगी में जीवन यापन कर रहा है। गरीबी और आर्थिक तंगी की वजह से परिवार को रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना भी मुश्किल हो गया है। यह स्थिति इस घोटाले की गंभीरता और जटिलता को दर्शाती है।
सामाजिक और आर्थिक पहलू
यह मामला दर्शाता है कि कैसे एक बड़े आर्थिक अपराध के पीछे भी परिवारों को भुगतना पड़ता है, जो अक्सर अनजाने में इस परिस्थिति का शिकार होते हैं। साथ ही यह सवाल उठता है कि जांच और न्याय प्रक्रिया के दौरान ऐसे परिवारों की मदद के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।