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Dhanbad India Coal Crisis खदान में उतरे कोयला मंत्री, बोले-कार्यसंस्कृति बदलें अधिकारी, उत्पादन और डिस्पैच पर दें ध्यान

 
झारखण्ड न्यूज़ डेस्क !!!  देश के बिजली क्षेत्र में कोयला संकट को देखते हुए केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने त्योहारी सीजन के बाद भी स्टैंड लिया है। वह पूरी टीम के साथ कोल इंडिया की कोयला कंपनियों का दौरा कर रहे हैं। गुरुवार को जोशी एसईसीएल का दौरा कर सीसीएल पहुंचे। इस दौरान वह सीसीएल के मेगा प्रोजेक्ट (ओपन माइन प्रोजेक्ट) पहुंचे और कोयले के उत्पादन और डिस्पैच का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को कार्य संस्कृति में बदलाव लाने की सलाह दी। सिर्फ प्रोडक्शन और डिस्पैच पर फोकस करने पर जोर। मंत्री सीसीएल व बीसीसीएल के सीएमडी व अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।

कोयला मंत्री जोशी ने सीसीएल के अशोक प्रोजेक्ट का किया निरीक्षण उन्होंने यहां की खदानों की स्थिति को देखते हुए कहा कि खदानों को और व्यवस्थित करने की जरूरत है। अशोक एक मेगा प्रोजेक्ट है। कोयला उत्पादन की दिशा में तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है। कोयला मंत्री ने कहा कि किसी भी तरह से कोयला प्रेषण की गति बाधित न हो, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इस दौरान अधिकारियों द्वारा कोयला मंत्री से कहा गया कि भूमि और कानून व्यवस्था के कारण परियोजना के विस्तार में समस्या आ रही है। कई नए प्रोजेक्ट शुरू करने हैं, लेकिन जमीन की वजह से मामला अटका हुआ है।

झारखंड के चतरा जिले में स्थित सीसीएल की अशोक ओपनकास्ट कोयला खदान का दौरा किया। 20 मिलियन टन की वार्षिक क्षमता वाली यह खदान सीसीएल की सबसे बड़ी कोयला परियोजनाओं में से एक है। कोयला मंत्री ने यहां के कोयला कर्मियों से सीधा संवाद किया और लोगों से जानकारी ली। खदान के कामगारों से बातचीत की और उन्हें कोयला उत्पादन बढ़ाने और डिस्पैच करने के लिए प्रोत्साहित किया।

सीसीएल के सीएमडी, पीएम प्रसाद बीसीसीएल के प्रभारी हैं। बीसीसीएल का डीपी सीसीएल का प्रभारी होता है। इसी वजह से बीसीसीएल की निदेशक वित्त सिमरन दत्ता, निदेशक कार्मिक पीवीआर राव समेत कई अधिकारी रांची में डेरा डाले हुए हैं। सीसीएल और बीसीसीएल के साथ संयुक्त रूप से दोनों कंपनियों की समीक्षा बैठक होगी।

धनबाद न्यूज़ डेस्क !!!