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 कोयलांचल के सबसे बड़े शूटआउट पर फैसला आज, राजनीतिक गलियारों में गहमागहमी तेज

 

झरिया में 27 अगस्त का दिन ऐतिहासिक और बेहद अहम साबित होने वाला है। इस दिन बहुचर्चित पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड मामले में अदालत अपना फैसला सुनाने वाली है। सालों से चर्चाओं और सुर्खियों में रहे इस मामले पर अब न्यायपालिका की मुहर लगने वाली है, जिसका इंतजार न सिर्फ शहरवासियों को बल्कि पूरे राज्य को है।

मामला क्यों है खास?

नीरज सिंह की हत्या झरिया राजनीति और आपसी वर्चस्व की लड़ाई से जुड़ा बेहद संवेदनशील मामला माना जाता है। इस हत्याकांड में कई नामचीन चेहरों के नाम सामने आए थे और लंबे समय से कोर्ट में इस पर सुनवाई जारी है। राजनीतिक परिवारों से जुड़े होने की वजह से यह मामला लगातार सुर्खियों में बना रहा।

समर्थकों में बढ़ रही बेचैनी

फैसले की तारीख नजदीक आने के साथ ही सिंह मेंशन और रघुकुल समर्थकों के बीच हलचल बढ़ गई है। दोनों ही पक्षों के समर्थकों में गहमागहमी और बेचैनी देखी जा रही है। इलाके में चर्चाओं का दौर तेज है कि अदालत का फैसला किस पक्ष के पक्षधर होगा।

सुरक्षा इंतजाम

संवेदनशीलता को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी विशेष चौकसी बरतनी शुरू कर दी है। कोर्ट परिसर और झरिया इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की संभावना जताई जा रही है, ताकि फैसले के दिन किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।

जनता की निगाहें कोर्ट पर

स्थानीय लोगों का कहना है कि नीरज सिंह की हत्या ने झरिया की राजनीति को गहरे स्तर पर प्रभावित किया था। ऐसे में अदालत का फैसला आने के बाद न सिर्फ पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा बल्कि आने वाले समय में झरिया की राजनीति की दिशा भी तय होगी।

अब 27 अगस्त को यह तय हो जाएगा कि इस बहुचर्चित हत्याकांड में अदालत किसे दोषी करार देती है और किसे राहत मिलती है। फिलहाल, पूरे इलाके की निगाहें अदालत पर टिकी हुई हैं।