जेपीएससी के खिलाफ अभ्यर्थियों का अनशन, 16 महीने बाद भी एफएसओ परीक्षा परिणाम नहीं
झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) एक बार फिर अपनी कार्यप्रणाली को लेकर विवादों में घिर गया है। कभी परीक्षा परिणाम में देरी, कभी परीक्षा रद्द होने और कभी प्रश्नपत्र लीक जैसी घटनाओं के कारण जेपीएससी लगातार सुर्खियों में रहा है। इन घटनाओं के चलते राज्य के मेधावी छात्रों में आयोग के प्रति निराशा और आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है।
ताजा मामला झारखंड फूड सेफ्टी ऑफिसर (एफएसओ) परीक्षा परिणाम से जुड़ा हुआ है। एफएसओ पद के लिए 27 मई 2024 को परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन परीक्षा को करीब डेढ़ साल बीत जाने के बावजूद अब तक परिणाम घोषित नहीं किया गया है। इस परीक्षा में लाखों अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। लंबे समय से परिणाम जारी नहीं होने के कारण अभ्यर्थियों में जेपीएससी के खिलाफ गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है।
परीक्षा परिणाम में हो रही देरी से आहत अभ्यर्थियों ने झारखंड लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर सत्याग्रह और अनशन शुरू कर दिया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा को हुए लगभग 16 महीने बीत चुके हैं और यह परीक्षा ओएमआर आधारित थी, इसके बावजूद अब तक परिणाम घोषित नहीं किया गया। इस देरी के कारण युवाओं को मानसिक तनाव के साथ-साथ आर्थिक कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ रहा है।
छात्र नेता सत्यनारायण शुक्ला ने आरोप लगाया कि अभ्यर्थियों द्वारा कई बार जेपीएससी अधिकारियों से बातचीत की गई, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला। अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस मामले में हस्तक्षेप करने और एफएसओ परीक्षा का परिणाम जल्द से जल्द घोषित कराने की मांग की है।
आंदोलनरत अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि जब तक परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि वे यहां से परीक्षा परिणाम घोषित कराकर ही जाएंगे, अन्यथा सामूहिक आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर होंगे।