सावन में शिवभक्तों से वसूली पर भड़की भाजपा, प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सरकार पर लगाया 'जजिया टैक्स' का आरोप
झारखंड में सावन माह के दौरान शिवभक्तों से कथित रूप से जबरन वसूली के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने हेमंत सोरेन सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि राज्य में शिवभक्तों से 'जजिया टैक्स' की तर्ज पर पैसे वसूले जा रहे हैं।
कहां हो रही है वसूली?
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बताया कि यह घटना जमशेदपुर के निकट स्थित दलमा क्षेत्र के प्राचीन शिव मंदिर की है। सावन के पवित्र माह में जब हजारों श्रद्धालु शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं, तो उनसे मंदिर में प्रवेश के नाम पर शुल्क वसूला जा रहा है। उन्होंने इस वसूली को ‘जजिया टैक्स’ बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की और सरकार पर हिंदू आस्था के अपमान का आरोप लगाया।
क्या कहा प्रतुल शाहदेव ने?
प्रतुल शाहदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा:
"झारखंड में पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि सावन में भगवान शिव के भक्तों से जल चढ़ाने के लिए पैसे लिए जा रहे हैं। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे मुगलों के दौर में हिंदुओं से जजिया टैक्स लिया जाता था। यह सरकार हिंदू भावनाओं को आहत कर रही है।"
उन्होंने इस वसूली को "आस्था पर कर" करार दिया और हेमंत सरकार से तुरंत हस्तक्षेप कर इसे बंद कराने की मांग की।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू
बीजेपी ने जहां इस मामले को लेकर सरकार पर सीधा निशाना साधा है, वहीं सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि जिला प्रशासन ने मंदिर समिति से फीस वसूली पर स्पष्टीकरण मांगा है।