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ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव से आतंकियों को मिला करारा जवाब, अमित शाह बोले जांच रिपोर्ट से पाकिस्तान होगा बेनकाब

 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति को दोहराते हुए कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव के तहत की गई सटीक और निर्णायक कार्रवाई ने न केवल आतंकियों को बल्कि उनके साजिशकर्ताओं को भी दंडित किया है। उन्होंने दावा किया कि इन अभियानों से जुड़ी जांच के नतीजे अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा करेंगे।

गृह मंत्री ने कहा कि भारत अब आतंकवाद को केवल एक आंतरिक सुरक्षा समस्या नहीं मानता, बल्कि इसे वैश्विक चुनौती के रूप में प्रस्तुत कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव के दौरान जुटाए गए सबूत, तकनीकी इनपुट और खुफिया जानकारी यह स्पष्ट करती है कि सीमा पार से आतंकवाद को संगठित और प्रायोजित किया जा रहा है।

अमित शाह ने कहा कि इन दोनों अभियानों में सुरक्षा बलों ने अत्यंत पेशेवर तरीके से कार्रवाई की। आतंकियों के ठिकानों की सटीक पहचान कर उन्हें निशाना बनाया गया, जिससे निर्दोष नागरिकों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा। उन्होंने इसे भारत की बदली हुई रणनीति और मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति का परिणाम बताया।

गृह मंत्री के अनुसार, इन ऑपरेशनों के दौरान पकड़े गए दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संचार माध्यमों से यह साफ होता है कि आतंकी नेटवर्क को पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स द्वारा निर्देशित किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि भारत इन साक्ष्यों को अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और वैश्विक मंचों पर प्रस्तुत करेगा, ताकि आतंकवाद को संरक्षण देने वाले देशों का असली चेहरा दुनिया के सामने आ सके।

अमित शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति “जीरो टॉलरेंस” की है। चाहे आतंकी सीमा के इस पार हों या उस पार, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सुरक्षा नीति आक्रामक, निर्णायक और परिणाम देने वाली है।

उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव सिर्फ सैन्य या सुरक्षा कार्रवाई नहीं हैं, बल्कि यह संदेश है कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। इन अभियानों से आतंकियों का मनोबल टूटा है और उनके नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।

राजनीतिक और सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अमित शाह का यह बयान ऐसे समय आया है, जब भारत लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के मुद्दे को मजबूती से उठा रहा है। पाकिस्तान पर लंबे समय से आतंकियों को पनाह देने के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन अब ठोस सबूतों के साथ भारत अपनी बात वैश्विक मंच पर रखने की तैयारी में है।