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कठुआ के हीरानगर में अलर्ट, दो संदिग्ध दिखने के बाद सुरक्षाबलों ने शुरू किया सघन तलाशी अभियान

 

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर इलाके में दो संदिग्ध व्यक्तियों के देखे जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गई हैं। संदिग्धों की सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। इस ऑपरेशन में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) की टीमें संयुक्त रूप से शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार, स्थानीय लोगों ने हीरानगर क्षेत्र में दो संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को दी थी। इसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने इलाके में नाकाबंदी कर दी और जंगल, रिहायशी क्षेत्रों व संभावित ठिकानों की गहन तलाशी शुरू कर दी। माना जा रहा है कि संदिग्ध घुसपैठिए हो सकते हैं, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीकी रास्तों का इस्तेमाल कर इलाके में दाखिल हुए हों।

सुरक्षाबलों ने विशेष रूप से उन मार्गों पर निगरानी बढ़ा दी है, जिन्हें पहले घुसपैठ के संभावित रूट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है। सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं और रात के समय पेट्रोलिंग को और तेज कर दिया गया है। ड्रोन और आधुनिक निगरानी उपकरणों की मदद से भी इलाके पर नजर रखी जा रही है।

सीआरपीएफ और एसओजी के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान पूरी सतर्कता और रणनीति के तहत चलाया जा रहा है। फिलहाल किसी मुठभेड़ या संदिग्ध की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां हर संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई कर रही हैं। अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा, जब तक इलाके को पूरी तरह सुरक्षित घोषित नहीं कर दिया जाता।

सुरक्षा बलों ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन सतर्क रहें। किसी भी अज्ञात व्यक्ति, संदिग्ध गतिविधि या असामान्य हलचल की जानकारी तुरंत पुलिस या नजदीकी सुरक्षा चौकी को दें। प्रशासन ने यह भी कहा है कि नागरिकों का सहयोग इस तरह के अभियानों में बेहद अहम होता है।

इस घटना के बाद हीरानगर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। स्कूलों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर अतिरिक्त निगरानी रखी जा रही है। हालांकि, प्रशासन की ओर से फिलहाल किसी तरह की पाबंदी या कर्फ्यू की घोषणा नहीं की गई है।

सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि कठुआ जिला सामरिक दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक स्थित है। ऐसे में संदिग्धों की मौजूदगी की सूचना को हल्के में नहीं लिया जा सकता। पिछले कुछ वर्षों में सुरक्षा बलों ने कई बार समय रहते कार्रवाई कर बड़े खतरे टाले हैं।

फिलहाल, पूरे इलाके में तलाशी अभियान जारी है और सुरक्षाबलों का कहना है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं, ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते निष्क्रिय किया जा सके।