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माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर बचाव अभियान जारी, अब तक 8 की मौत और 14 घायल, आंकड़े बढ़ने की आशंका

 

माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर आज हुए दर्दनाक हादसे में अब तक दो महिला श्रद्धालुओं समेत आठ लोगों की मौत हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। कई श्रद्धालुओं के अभी भी मलबे में दबे होने की खबर है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह हादसा पारंपरिक अर्धकुंवारी यात्रा मार्ग पर स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुआ।भारी बारिश के बीच पूरा पहाड़ बड़े-बड़े पत्थरों समेत श्रद्धालुओं पर गिर पड़ा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के दबे होने की आशंका है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, आठ शव कटरा शवगृह और काकरेयाल स्थित नारायणा अस्पताल पहुँच चुके हैं, जबकि 14 घायलों में से 10 की पहचान हो चुकी है।

मृतकों में दो महिला श्रद्धालु और 6 पुरुष श्रद्धालु शामिल हैं। घायलों को पहले कटरा अस्पताल लाया जा रहा है। वहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद ही उन्हें काकरेयाल स्थित नारायणा अस्पताल भेजा जा रहा है।वहीं, अर्धकुंवारी यात्रा मार्ग पर बचाव अभियान अभी भी जारी है। एसडीआरएफ, श्राइन बोर्ड आपदा प्रबंधन कर्मी, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवान बचाव कार्य में लगे हुए हैं। भारी मलबे के कारण बचाव कार्य में देरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ मौके पर मौजूद है ताकि घायलों को तुरंत इलाज मुहैया कराया जा सके।

अब तक 14 घायलों में से 10 की पहचान हो चुकी है। इनमें संगीता उम्र 47 वर्ष पत्नी पिंटू और उनकी बेटी उमंग उम्र 24 वर्ष दोनों निवासी मुजफ्फरपुर उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इसके अलावा, एक अन्य श्रद्धालु अमित कुमार की 5 वर्षीय बेटी उर्वी और पत्नी डॉली उम्र 30 वर्ष भी घायलों में शामिल हैं जो मुजफ्फरपुर उत्तर प्रदेश की निवासी बताई जा रही हैं।

इसके अलावा, कमलेश पत्नी राम निवासी हरियाणा, मयंक गोयल पुत्र सुनील गोयल निवासी उत्तर प्रदेश, सावित्री पत्नी रतन लाल निवासी हरियाणा, किरण पत्नी सुभाष चंद्र निवासी मोहाली चंडीगढ़, देवी लाल पुत्र भगत राम निवासी मध्य प्रदेश, वैष्णवी पुत्री दीपक निवासी मुजफ्फर नगर उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इन सभी घायलों को बेहतर इलाज के लिए काकड़ेयाल नारायणा में भर्ती कराया गया है।कटरा क्षेत्र में लगातार भारी बारिश और बिगड़ते मौसम के कारण यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि शुरुआत में बारिश के बीच भी यात्रा जारी रही, लेकिन कई जगहों पर हुए भूस्खलन को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने दोपहर 1 बजे यात्रा स्थगित कर दी।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यात्रा स्थगित करने का फैसला लिए जाने तक कटरा से भवन तक यात्रा मार्ग पर सात हज़ार से ज़्यादा श्रद्धालु मौजूद थे। यह हादसा दोपहर करीब तीन बजे हुआ। अर्धकुंवारी मार्ग स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास यह भूस्खलन हुआ। पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थरों सहित भारी मलबा शेड को फाड़कर नीचे गिर गया। इस दौरान वहाँ से गुज़र रहे कई श्रद्धालु भूस्खलन की चपेट में आ गए और मलबे में दब गए।

श्राइन बोर्ड आपदा प्रबंधन दल के सदस्यों, पुलिस और मौके पर पहले से मौजूद लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया और कड़ी मशक्कत के बाद घायल श्रद्धालुओं को एंबुलेंस की मदद से गंभीर रूप से घायल अवस्था में अस्पताल पहुँचाया गया। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, दो महिलाओं समेत 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। सूत्रों ने बताया कि यह संख्या बढ़ सकती है।

कटरा निवासी प्रवीण सधोत्रा ​​ने बताया कि पिछले 24 घंटों से जारी बारिश के बीच भी सुबह यात्रा सुचारू रूप से जारी रही। हालाँकि, पहाड़ों से पत्थर गिरने के कारण बैटरी कार मार्ग बंद था। श्रद्धालु पारंपरिक मार्ग से मंदिर के लिए रवाना हो रहे थे। भैरव घाटी मार्ग पर भी भूस्खलन हुआ तो श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने दोपहर करीब 1 बजे यात्रा स्थगित कर दी।