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SIKAR  जांच में तीन जगह अवैध खनन के सबूत मिले तो कार्रवाई के लिए बनाई टीम, 3 के खिलाफ केस भी दर्ज कराया

 

राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! क्षेत्र में तीन जगह अवैध रूप से लौह अयस्क निकालने और कई जगह भंडारण करने के सबूत मिले हैं। एएमई डीएस मीणा ने नीमकाथाना एसडीएम और डीएफओ को इस मामले से अवगत कराते हुए नियमानुसार कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि,कुछ अधिकारियाें का मानना है कि यह अवैध खनन वन क्षेत्र में हो रहा है, हालांकि नीमकाथाना रेंजर श्रवण बाजिया का तर्क है कि वन क्षेत्र में खनन पिट नहीं मिला हैखबरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि, लादीकाबास व कालीखेडा के पहाड़ों में 18 महीने में एक अरब से ज्यादा कीमत के 4.36 लाख टन लौह अयस्क तस्करी के मामले का भास्कर में खुलासा होने के बाद माइंस विभाग ने जांच करके रिपोर्ट तैयार की है। । कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने अवैध खनन रोकने के लिए संयुक्त जांच टीम बनाई है।

सदस्य सचिव खनिज अभियंता/खनन कार्यदेशक या विभागीय प्रतिनिधि रहेंगे। टीम में डीएसपी, एसएचओ, सहायक वन संरक्षक/रेंजर, तहसीलदार/नायब तहसीलदार भी शामिल हैं। गणेश्वर की पहाड़ियों से शुरू होकर कातली नदी में गिरने वाली सिरोही नदी 30 साल पहले हर साल बहती थी। करीब 200 मीटर चौड़ी यह नदी 27 किमी तक बहती थी। साल 1967 में नदी के बहाव क्षेत्र में सिंचाई विभाग ने भूदोली बांध बनाया। 1979 में सिंचाई विभाग ने नदी के रास्ते में राणासर बांध बना दिया। 2005 में भूदोली बांध और नदी में आखिरी बार पानी आया था। 15 साल में नदी के बहाव क्षेत्र में इतना खनन हुआ कि 20 से 30 फीट गहर गड्‌ढ़े बन गए हैं।   अभियान के दौरान हुई कार्रवाई की रिपोर्ट ई-मेल के जरिए रोज कलेक्टर को देनी होगी। जांच समिति का नेतृत्व नीमकाथाना एसडीएम करेंगे। नदी में जगह-जगह अवैध बजरी खनन के पिट बने हुए हैं। गणेश्वर, भूदोली, राणासर के आगे दर्जनों जगहों जेसीबी से बजरी दोहन हो रहा है।