हिमाचल प्रदेश विधानसभा में हिमकेयर योजना को लेकर विपक्ष ने जताया असंतोष
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हुआ। पहले दिन सदन का सारा काम राज्य में आपदा प्रबंधन के मुद्दों पर विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव की चर्चा में व्यतीत हुआ। मंगलवार को विधानसभा की बैठक सुबह 11 बजे प्रश्नकाल के साथ शुरू हुई। इस दौरान सदन में कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए गए, जिनमें हिमकेयर योजना से संबंधित मुद्दे प्रमुख रहे।
नाचन के भाजपा विधायक विनोद कुमार ने हिमकेयर योजना के लाभार्थियों को इलाज नहीं मिलने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि एम्स सहित राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में हिमकेयर योजना के तहत इलाज की व्यवस्था होने की बात कही गई थी, लेकिन जमीन पर मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किया कि क्या यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जिस भी अस्पताल में हिमकेयर योजना का कार्ड है, उसका इलाज किया जाएगा।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि सदस्य ने काफी आवेश में आकर मामला उठाया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि हिमकेयर योजना पूरी तरह से चालू है और राज्य सरकार ने विभिन्न संस्थानों को समय-समय पर बजट जारी किया है।
इसके बावजूद, विपक्ष का मानना था कि हिमकेयर योजना का लाभ आम मरीजों तक सही ढंग से नहीं पहुंच रहा है। इस असंतोष के चलते विपक्ष सदन से बाहर चला गया और उन्होंने सदस्यता छोड़कर अपनी नाराजगी जताई।
विनोद कुमार ने विशेष रूप से यह कहा कि हिमकेयर योजना के संचालन में काफी प्रगति हुई है, लेकिन मरीजों को समय पर और सही इलाज मिलना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि योजना के तहत सभी आवश्यक संसाधनों और बजट की व्यवस्था की गई है।