सराज में भीषण आपदा से 500 करोड़ से अधिक का ढांचागत नुकसान, पूर्व सीएम जयराम ठाकुर
हिमाचल प्रदेश के सराज क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि सराज में अब तक 500 करोड़ रुपये से अधिक का ढांचागत नुकसान हो चुका है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र आज़ादी के बाद अब तक की सबसे भयावह आपदा से जूझ रहा है।
जयराम ठाकुर ने बताया कि आपदा की वजह से न केवल लोगों के घर और दुकानें तबाह हो गईं, बल्कि बड़ी संख्या में सेब के बागीचे और सैकड़ों बीघा कृषि योग्य भूमि भी बह गई है। इससे क्षेत्र की सेब आधारित आर्थिकी और परंपरागत खेती-किसानी को गहरा झटका लगा है।
उन्होंने कहा कि इस बार की आपदा ने लोगों को बेघर ही नहीं किया, बल्कि उनकी आजिविका कमाने के सारे साधन भी छीन लिए हैं। “आज से पहले सराज क्षेत्र ने कभी इतनी बड़ी त्रासदी नहीं देखी। लोग अब दोहरी मार झेल रहे हैं—एक तरफ सिर से छत चली गई है, दूसरी ओर जीवन यापन का साधन भी खत्म हो गया है,” उन्होंने कहा।
कृषि और बागबानी में हजारों करोड़ की क्षति
जयराम ठाकुर ने यह भी स्पष्ट किया कि केवल ढांचागत नहीं, बल्कि कृषि और बागबानी क्षेत्रों में भी हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। विशेष रूप से सेब उत्पादकों को भारी घाटा हुआ है। कई बागानों में सेब के पेड़ ही उखड़ गए हैं, जबकि खेतों में आई मिट्टी और मलबे के कारण लंबे समय तक खेती करना भी संभव नहीं होगा।
उन्होंने सरकार से मांग की कि आपदा राहत कार्यों को केवल मुआवजे तक सीमित न रखा जाए, बल्कि प्रभावित किसानों और बागवानों को पुनर्वास, ऋण माफी, बीमा दावों का शीघ्र निपटारा और विशेष राहत पैकेज मुहैया कराया जाए।
स्थानीय जनता को नहीं मिल पा रही पर्याप्त मदद
पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रशासन की धीमी प्रतिक्रिया पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि कुछ गांव आज भी बाहरी संपर्क से कटे हुए हैं और राहत सामग्री समय पर नहीं पहुंच रही है। “अगर समय रहते राहत नहीं पहुंचाई गई, तो स्थिति और विकट हो सकती है,” जयराम ठाकुर ने चेतावनी दी।
उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया कि वे सराज क्षेत्र को विशेष आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करें और यहां पुनर्निर्माण कार्यों को युद्धस्तर पर शुरू करें।
जन समर्थन में जुटे जयराम ठाकुर
जयराम ठाकुर ने सराज क्षेत्र के कई गांवों का दौरा किया और प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ित परिवारों को भरोसा दिलाया कि वे उनके साथ खड़े हैं और विधानसभा में इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाएंगे।