×

राजस्थान की राजनीति में नया विवाद: सुरेंद्र व्यास की किताब में सचिन पायलट पर निशाना

 

राजस्थान की राजनीति एक बार फिर चर्चाओं में है, और इस बार वजह बनी है पूर्व मंत्री व पांच बार के विधायक सुरेंद्र व्यास की नई किताब ‘एक विफल राजनीतिक यात्रा’। इस किताब में व्यास ने कई विवादित टिप्पणियां की हैं, जिनमें सबसे प्रमुख कांग्रेस नेता सचिन पायलट को लेकर किया गया दावा है।

व्यास ने अपनी किताब में लिखा है कि अगर 2028 में पायलट मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहते हुए टोंक से विधानसभा चुनाव लड़ते हैं, तो उनकी हार तय है। व्यास के इस बयान ने कांग्रेस के भीतर और प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है।

टोंक सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार की उपेक्षा का आरोप

सुरेंद्र व्यास ने सचिन पायलट पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पायलट टोंक में किसी मुस्लिम उम्मीदवार को आगे नहीं आने देना चाहते। व्यास के अनुसार, इसके पीछे पायलट की मंशा अपने गुर्जर वोट बैंक को सुरक्षित रखने की है। उन्होंने दावा किया कि टोंक में बड़ी मुस्लिम आबादी होने के बावजूद, वहां से बार-बार खुद चुनाव लड़कर पायलट ने मुस्लिम प्रतिनिधित्व को दबा दिया है।

कांग्रेस के भीतर बढ़ती खींचतान

सुरेंद्र व्यास का यह बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस पहले से ही राजस्थान में आंतरिक खेमेबाजी और गुटबाजी से जूझ रही है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच लंबे समय से चल रही तनातनी जगजाहिर है। अब व्यास की इस किताब ने कांग्रेस के अंदर के मतभेदों को एक बार फिर सतह पर ला दिया है।

भाजपा ने साधा निशाना

व्यास के बयान को भाजपा नेताओं ने भी हाथों-हाथ लिया है। कई भाजपा नेताओं ने इसे कांग्रेस के "दोगले चरित्र" का प्रमाण बताया है और आरोप लगाया है कि कांग्रेस केवल वोटबैंक की राजनीति करती है, न कि समुदाय विशेष के हित में कोई वास्तविक काम।

सचिन पायलट की प्रतिक्रिया का इंतजार

हालांकि, अब तक सचिन पायलट या उनके करीबी किसी भी नेता की ओर से इस किताब पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में पायलट खेमे से जवाबी हमला हो सकता है।