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GANGANAGAR  पछुआ हवाएं दो महीने ज्यादा चलीं व ताउते ने सिस्टम बिगाड़ा, मानसून में 43.53 प्रतिशत कम हुई बरसात

 

राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! जिले की 10 में से 9 तहसीलों में औसत बरसात पिछले वर्ष के मानसूनी सीजन से कम हुई है। खबरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि,मौसम विज्ञानी इस बार बरसात की कमी की वजह पछुआ हवाओं का ज्यादा चलना और चक्रवाती तूफान ताउते की वजह से राज्य का मानसूनी सिस्टम प्रभावित होना मान रहे हैं। हैरानीजनक ये है कि इस बार मानसून दो सप्ताह देरी से विदाई लेगा, फिर भी ज्यादा बरसात होने के आसार नहीं हैं।राजस्व विभाग की तहसीलवार वर्षा रिपोर्ट के अनुसार मानसून 2020 के तीन महीनों-जुलाई से सितंबर तक जिले की सभी तहसीलों में 1183.1 एमएम बरसात हुई थी। इस बार एक जुलाई से 17 सितंबर तक 668 एमएम ही बरसात हुई है। जो पिछले मानसून की अपेक्षा 515.1 एमएम कम है। जिले में 43.53 प्रतिशत कम पानी बरसा।

सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि,मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिला मुख्यालय पर औसत से 35 प्रतिशत कम बरसात हुई है। विभाग के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा के अनुसार पिछले कई वर्षों के मानसूनी ट्रेंड के अनुसार श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर 17 सितंबर तक 194 एमएम औसत मानसूनी बरसात अपेक्षित थी। इस बार मानसून सीजन सूखा ही बीत गया।

जिले में मानसूनी बरसात की कमी की वजह से फसलाें का नुकसान हुआ। औसतन से 43.53 प्रतिशत कम बरसात हुई है। इस बार 125.3 एमएम बरसात ही हुई है। डायरेक्टर के अनुसार राजस्थान के उत्तरी पश्चिमी हिस्से में स्थित श्रीगंगानगर जिले में मानसूनी की वापसी का समय सितंबर का दूसरा सप्ताह है। इस बार दो सप्ताह देरी से वापसी हाेगी। फिर भी जिले में अच्छी बरसात होने के आसार नहीं है। 21 से 22 सितंबर के बीच कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बरसात हो सकती है।