कानून के आधार पर बहस नहीं कर रहे Umar Khalid के वकील !
उमर खालिद के वकील ने कहा था कि जांच अधिकारी सांप्रदायिक था, एसपीपी ने बताया कि हिंसा के मामलों में पहला दोषी हिंदू समुदाय का एक व्यक्ति था और इससे यह साबित होता है कि यह सब खालिद के खिलाफ जानबूझकर नहीं किया गया था। वह एक ऐसे मामले का जिक्र कर रहे थे, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि 25 फरवरी, 2020 को हिंसक भीड़ ने, जिसकी संख्या 150 से 200 के आसपास थी, एक 73 वर्षीय मुस्लिम महिला के घर पर हमला किया, जब उसका परिवार घर पर मौजूद नहीं था और घर का सारा सामान लूट लिया।मामले का पहला दोषी दिल्ली के गोकुलपुरी के भागीरथी विहार का रहने वाला दिनेश यादव था, जिसे 8 जून, 2020 को गिरफ्तार किया गया था। खालिद पर साल 2020 में उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
--आईएएनएस
एसजीके