टर्बुलेंस में फंस गई रायपुर-दिल्ली इंडिगो फ्लाइट, पायलट ने लिया ये फैसला, 80 किमी/घंटा रफ्तार से चल रही थी हवा
दिल्ली-एनसीआर में 1 जून की शाम मौसम ने अचानक करवट ले ली। गर्मी से परेशान लोगों को राहत तो मिली, लेकिन तेज हवा और धूल भरी आंधी के कारण कई जगहों पर अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। राजधानी दिल्ली में तेज हवाओं के साथ आई आंधी ने जहां जनजीवन को प्रभावित किया, वहीं इससे हवाई यातायात भी बाधित हो गया। इस बीच एक बड़ा हादसा टल गया, जब रायपुर से दिल्ली आ रही एक फ्लाइट तेज हवाओं के कारण लैंडिंग नहीं कर पाई और उसे दोबारा आसमान में लौटना पड़ा।
धूल भरी आंधी के बीच फंसी फ्लाइट 6E 6313
80 किमी/घंटा की रफ्तार से चल रही थी हवा
विमान से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें पायलट यात्रियों को जानकारी देते हुए कहते हैं कि हवा की रफ्तार लगभग 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक थी। ऐसे में विमान की लैंडिंग करना सुरक्षित नहीं था। इसलिए उन्होंने एटीसी (Air Traffic Control) से संपर्क कर विमान को फिर से आसमान में ले जाने का निर्णय लिया। कुछ देर तक विमान हवा में चक्कर लगाता रहा और स्थिति सामान्य होने के बाद सुरक्षित रूप से दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। पायलट की सूझबूझ और त्वरित निर्णय की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया।
एयरपोर्ट पर अलर्ट, इमरजेंसी सेवाएं एक्टिव
जैसे ही दिल्ली एयरपोर्ट प्रशासन को जानकारी मिली कि लैंडिंग के दौरान विमान को परेशानी आ रही है, उन्होंने तुरंत सभी इमरजेंसी सेवाओं को अलर्ट पर रखा। रनवे की निगरानी तेज कर दी गई और विमान की दोबारा लैंडिंग के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए। ATC की मदद से पायलट को सही दिशा-निर्देश दिए गए, जिससे विमान को सुरक्षित रूप से उतारा जा सका। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान एयरपोर्ट स्टाफ और पायलटों की सजगता ने एक गंभीर स्थिति को सामान्य बना दिया।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली और आसपास के इलाकों में अचानक आए इस मौसम परिवर्तन का कारण पश्चिमी विक्षोभ है, जो राजस्थान की ओर से सक्रिय होकर NCR क्षेत्र में पहुंचा। अगले 24 से 48 घंटे तक हल्की बारिश और तेज हवाएं जारी रहने की संभावना है।
निष्कर्ष:
1 जून की शाम राजधानी दिल्ली में बदले मौसम ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं धूल भरी आंधी और तेज हवाओं ने विमान यातायात तक को प्रभावित किया। रायपुर से दिल्ली आ रही फ्लाइट के साथ हुआ यह घटनाक्रम बड़ा हादसा बन सकता था, लेकिन पायलट की सतर्कता और प्रशासन की तत्परता से सभी यात्रियों की जान बचाई जा सकी।