Pollution Crisis in Delhi: सर्वे में सामने आया डराने वाला सच 8% लोग छोड़ना चाहते है राजधानी, लंग कैंसर के आंकड़े उड़ा देंगे होश
देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण कई खतरनाक बीमारियों को बढ़ा रहा है। लोकलसर्कल्स नाम की संस्था के एक सर्वे से पता चला है कि दिल्ली-NCR में ज़हरीली हवा अब सिर्फ़ एक पर्यावरण की समस्या नहीं रही, बल्कि यह एक बढ़ता हुआ पब्लिक हेल्थ संकट बन गया है। दिल्ली के 82% लोग मानते हैं कि उनके अपने लोग प्रदूषण से जुड़ी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। दिल्ली के अस्पतालों में सांस और दिल की बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं। दिल्ली के 73% लोगों को डर है कि वे अपने परिवार के लिए लंबे समय तक चलने वाले हेल्थकेयर का खर्च नहीं उठा पाएंगे।
8% लोग दिल्ली छोड़ने को तैयार हैं
दिल्ली में इन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद, ज़्यादातर लोग अपनी रोज़ी-रोटी की वजह से शहर नहीं छोड़ सकते। लोकलसर्कल्स के सर्वे में पता चला कि 8% लोग प्रदूषण की वजह से दिल्ली छोड़ना चाहते हैं।
80% नॉन-स्मोकर्स को फेफड़ों का कैंसर हो रहा है
दिल्ली के जाने-माने चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि दिल्ली-NCR में लोग एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करके भी खुद को ज़्यादा सुरक्षित नहीं रख पाएंगे, क्योंकि प्रदूषण इतना ज़्यादा फैला हुआ और खतरनाक है कि इससे बचना लगभग नामुमकिन है। यही वजह है कि फेफड़ों के कैंसर के मरीज़ों की संख्या भी बढ़ रही है। खास बात यह है कि इनमें से 80% मरीज़ नॉन-स्मोकर्स हैं।
CM गुप्ता ने पिछली सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया
मंगलवार को एक सवाल के जवाब में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में चाहे जलभराव हो या प्रदूषण, यह सब पिछली सरकारों की गलतियों का नतीजा है, जिसका खामियाजा अब दिल्ली के लोग भुगत रहे हैं। हम हालात को सामान्य करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। नतीजे सकारात्मक होंगे, लेकिन इसमें कुछ समय लगेगा।