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ऑपरेशन सिंदूर की दहशत से हिला पाकिस्तान, चीन से लाया घातक हेलिकॉप्टर... जानिए क्या भारत के 'प्रचंड' को दे पाएगा टक्कर ?

 

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के हाथों करारी हार झेलने वाले पाकिस्तान ने अब चीन से नए हेलीकॉप्टर मंगवाए हैं। पाकिस्तान ने अपने बेड़े में चीन के Z-10ME हेलीकॉप्टर शामिल किए हैं। चीन इन हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल भारतीय सीमा पर गश्त के लिए भी करता है। मुल्तान स्थित एविएशन बेस पर आयोजित एक समारोह में इन हेलीकॉप्टरों को औपचारिक रूप से बेड़े में शामिल किया गया है। ये चीन के सबसे उन्नत हेलीकॉप्टर माने जा रहे हैं। इसके बावजूद, भारत के पास इनसे निपटने के लिए हथियार मौजूद हैं। ये हेलीकॉप्टर भारत के स्वदेशी LCH प्रचंड हेलीकॉप्टर के सामने टिक नहीं पाएंगे। इसके अलावा, भारत ने अमेरिका से 'फ्लाइंग टैंक' यानी अपाचे हेलीकॉप्टर भी खरीदे हैं जो इन चीनी हेलीकॉप्टरों को पल भर में तबाह कर सकते हैं।

चीन के Z-10ME हेलीकॉप्टर कितने शक्तिशाली हैं?

पाकिस्तानी सेना में शामिल अमेरिकी AH-1 कोबरा और रूसी MI-35 हिंद विमान अब काफी पुराने हो चुके हैं। ऐसे में पाकिस्तान ने अपनी खस्ताहाल वायुसेना को मजबूती देने के लिए चीनी हेलीकॉप्टरों का सहारा लिया है। जानकारी के मुताबिक, ये हेलीकॉप्टर हर तरह के मौसम में हमला कर सकते हैं। इसके अलावा, ये रात में भी हमला करने में सक्षम हैं। पाकिस्तान ने यह खुलासा नहीं किया है कि उसने कितने हेलीकॉप्टर खरीदे हैं, लेकिन उसका कहना है कि ये हेलीकॉप्टर उन्नत रडार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली से लैस हैं। चीनी मीडिया के अनुसार, चीन ने पहली बार इन उन्नत हेलीकॉप्टरों का निर्यात किया है। आपको बता दें कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बाद, पाकिस्तान और चीन ने रक्षा सौदे को तेज़ी से आगे बढ़ाया है। पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने चीनी J-10C विमानों से भारतीय विमानों को नष्ट किया है। हालाँकि, इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है।

घबराहट में खरीदे गए हेलीकॉप्टर
चीन के Z-10ME हेलीकॉप्टरों को चांगहे एयरक्राफ्ट इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन द्वारा विकसित किया गया है। यह एक डबल इंजन हेलीकॉप्टर है। इसकी लंबाई लगभग 14.2 मीटर है और इसकी पेलोड क्षमता 1500 किलोग्राम है। चीन ने पहले भी Z-10 विमानों को परीक्षण के लिए पाकिस्तान भेजा था, हालाँकि, परीक्षण में विफल होने के बाद उन्हें चीन को वापस कर दिया गया था। उन हेलीकॉप्टरों में थोड़े बहुत बदलाव करने के बाद, चीन ने एक बार फिर उन्हें पाकिस्तान को वापस कर दिया है। इससे साफ़ है कि पाकिस्तान भारत के डर और चीन के दबाव में हेलीकॉप्टर ख़रीद रहा है।

अपाचे हेलीकॉप्टर के सामने कमज़ोर
भारत ने अमेरिका से अपाचे हेलीकॉप्टर ख़रीदे हैं, जिनके सामने ये चीनी हेलीकॉप्टर बेकार साबित होते हैं। अपाचे की पेलोड क्षमता 2500 किलोग्राम तक है। इससे हाइड्रा रॉकेट और हेलफ़ायर मिसाइलें दागी जा सकती हैं। यह हेलीकॉप्टर जटिल परिस्थितियों में भी मिशन को अंजाम दे सकता है। वहीं, चीन के Z-10ME हेलीकॉप्टर तकनीकी रूप से पिछड़े माने जाते हैं।