नए साल पर दिल्ली को बड़ी सौगात, यमुना पर नया रेलवे ब्रिज बनकर तैयार
नए साल के मौके पर दिल्लीवासियों को बड़ी राहत और सौगात मिलने जा रही है। यमुना नदी पर बने ऐतिहासिक लोहे के पुल के समानांतर तैयार किया गया नया रेलवे ब्रिज अब पूरी तरह बनकर तैयार हो चुका है। इस पुल के शुरू होने से राजधानी की रेल यातायात व्यवस्था को मजबूती मिलेगी और ट्रेनों की आवाजाही पहले से ज्यादा सुगम हो सकेगी।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, नए रेलवे ब्रिज का हाल ही में रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) द्वारा निरीक्षण किया गया है। सीआरएस ने पुल की संरचना, सुरक्षा मानकों और तकनीकी पहलुओं का गहन परीक्षण किया। अब वे अपनी ऑब्जरवेशन रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपेंगे। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की प्रक्रिया तय की जाएगी।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि सीआरएस की रिपोर्ट मिलने के बाद सबसे पहले पुल पर ट्रायल रन कराया जाएगा। ट्रायल के दौरान पुल की क्षमता, स्थिरता और सुरक्षा व्यवस्था की अंतिम जांच की जाएगी। यदि ट्रायल सफल रहता है, तो इसके बाद पुल को आम रेल यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। माना जा रहा है कि नए साल के आसपास यह प्रक्रिया पूरी हो सकती है।
यह नया रेलवे ब्रिज दिल्ली के रेल नेटवर्क के लिए काफी अहम माना जा रहा है। मौजूदा ऐतिहासिक लोहे के पुल पर ट्रेनों का अत्यधिक दबाव रहता है, जिससे कई बार परिचालन प्रभावित होता है। नए पुल के शुरू होने से ट्रेनों का दबाव कम होगा और समयबद्ध संचालन में सुधार आएगा। साथ ही, यात्री ट्रेनों के साथ-साथ मालगाड़ियों की आवाजाही भी ज्यादा सुचारू हो सकेगी।
हालांकि, रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर निरीक्षण रिपोर्ट या ट्रायल के दौरान किसी तरह की तकनीकी खामी या सुरक्षा से जुड़ी समस्या सामने आती है, तो पुल के उद्घाटन में देरी हो सकती है। रेलवे का कहना है कि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद ही पुल को चालू किया जाएगा।
नए रेलवे ब्रिज के निर्माण से न सिर्फ दिल्ली, बल्कि आसपास के राज्यों से आने-जाने वाली ट्रेनों को भी लाभ मिलेगा। इससे राजधानी में ट्रैफिक दबाव कम होगा और रेल यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।