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हंगामे के साथ शुरू हुआ संसद का Monsoon Session, जानिए आखिर क्यों ऑपरेशन सिंदूर पर मचा सियासी संग्राम?

 

संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही। सोमवार को लोकसभा में प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में विपक्ष ने पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रखी थी। हालाँकि, सरकार की ओर से जेपी नड्डा ने स्पष्ट संदेश दिया कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। लोकसभा की पहली बैठक 20 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी, थोड़ी देर बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई।

अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को समझाने की कोशिश की। समाजवादी पार्टी के सांसद जब अपनी सीटों के पास खड़े होकर हंगामा करने लगे, तो ओम बिरला ने सपा सांसद अखिलेश यादव से अपने सांसदों को समझाने की अपील की। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, 'अखिलेश जी, इन्हें बैठा दीजिए..' विपक्षी सांसदों के शोर-शराबे पर बिरला ने कहा कि सरकार प्रश्नकाल के बाद ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तैयार है। सरकार हर सवाल का जवाब देगी।

'अखिलेश जी... सांसद महोदय, तख्तियाँ लेकर मत आइए'

इस पर भी विपक्षी सांसद शांत नहीं हुए। इसके बाद अध्यक्ष ने कहा, 'माननीय सदस्यों, यह प्रश्नकाल है। मेरा सुरगा अवर मेंदेना है कि जे के साथ परियाष्टी प्रभाषती परिण्या है। यह मिथक तोड़ना होगा कि सदन के पहले दिन व्यवधान उत्पन्न किया जाता है। हमारा प्रयास देश की इच्छा और भावनाओं के अनुरूप अपनी बात रखने का होना चाहिए।' बिड़ला ने कहा कि प्रश्नकाल के बाद किसी भी विषय पर नोटिस दीजिए। इस पर भी सपा सांसद शांत नहीं हुए, तब अध्यक्ष ने अखिलेश यादव से सपा सांसदों को फिर से समझाने को कहा। उन्होंने कहा, 'अखिलेश जी अपने सभी सदस्यों से कहिए कि वे तख्तियाँ लेकर न आएँ।'

पहलगाम हमले के आतंकवादी नहीं पकड़े गए: खड़गे

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नियमों के तहत उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार का पूरा समर्थन किया। विपक्ष ने कोई सवाल नहीं पूछा। मैं चाहता हूँ कि हमें इस बारे में जानकारी मिले। पहलगाम हमला 22 अप्रैल को हुआ था। अभी तक आतंकवादी पकड़े नहीं गए हैं। आखिर हुआ क्या था? कम से कम खुफिया विफलता का तो ज़िक्र होना चाहिए। एलजी ने खुद इस बारे में कहा है। हमें पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया जाना चाहिए, जो हमें बताया गया था। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 24 बार कहा कि मैंने समझौता किया था। तभी युद्ध रुका। यह देश के लिए शर्मनाक है। कोई बाहरी व्यक्ति इस तरह की बात कैसे कर सकता है।

ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तैयार है सरकार: जेपी नड्डा

जेपी नड्डा ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को उनके जन्मदिन की बधाई दी और आश्वासन दिया कि सरकार चर्चा के लिए पहले से ही तैयार है। उन्होंने कहा, 'तर्क ही आपकी ताकत है, चिल्लाने की कोई ज़रूरत नहीं है।' नड्डा ने कहा, "देश में कहीं भी यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा नहीं करना चाहती।" हम करेंगे और ज़रूर करेंगे। आज तक प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ऐसा कोई ऑपरेशन नहीं हुआ है।