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वीडियो में जानिए Vikram 32-Bit प्रोसेसर ? जिसके लॉन्च होते ही टेंशन में आये चीन-अमेरिका, जाने खूबियां 

 

मंगलवार को केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत में निर्मित पहला सेमीकंडक्टर प्रोसेसर भेंट किया। इस अवसर पर उन्होंने विक्रम 32-बिट प्रोसेसर और चार स्वीकृत परियोजनाओं के परीक्षण चिप्स भी पीएम को सौंपे। आपको बता दें कि सेमीकंडक्टर आज की उन्नत तकनीक का आधार माने जाते हैं। इनका उपयोग स्वास्थ्य सेवा से लेकर परिवहन, संचार, रक्षा और अंतरिक्ष अनुसंधान जैसे कई क्षेत्रों में किया जाता है।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/HwcND4QHEyo?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/HwcND4QHEyo/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="‘भारत की सबसे छोटी चिप दुनिया..’ PM Modi के ऐलान से विश्व में गूंजा INDIA का डंका | Vikram Processor" width="1250">

यही वजह है कि दुनिया के बड़े देश, खासकर अमेरिका और चीन, इस तकनीक पर खुद को मजबूत करने की होड़ में हैं। ऐसे में भारत द्वारा विकसित यह प्रोसेसर कहीं न कहीं चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा सकता है। डिजिटलीकरण और स्वचालन में वृद्धि के साथ, सेमीकंडक्टर किसी भी देश की आर्थिक मजबूती और रणनीतिक स्वतंत्रता के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण हो गए हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...

विक्रम 32-बिट प्रोसेसर क्या है?

विक्रम 32-बिट प्रोसेसर भारत का पहला घरेलू 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर है जिसे सेमीकॉन इंडिया 2025 में लॉन्च किया गया है। यह चिप पूरी तरह से स्वदेशी है। वहीं, दिल्ली में आयोजित सेमीकॉन इंडिया 2025 कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2021 से अब तक 10 सेमीकंडक्टर परियोजनाओं को मंजूरी मिल चुकी है, जिन पर लगभग 18 अरब डॉलर का निवेश किया जा रहा है। वहीं, केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि प्रधानमंत्री के विजन के साथ 3.5 साल पहले शुरू हुए भारत सेमीकंडक्टर मिशन ने अब दुनिया का विश्वास जीत लिया है। इस समय देश में 5 सेमीकंडक्टर निर्माण इकाइयाँ तेज़ी से तैयार हो रही हैं।

यह विक्रम 32-बिट प्रोसेसर इतना खास क्यों है?

आपको बता दें कि इस नए प्रोसेसर को इसरो की सेमीकंडक्टर लैब में तैयार किया गया है, जो भारत का पहला स्वदेशी 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर है। यह कठिन परिस्थितियों में भी काम करने की क्षमता रखता है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार ने 76,000 करोड़ रुपये की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना की भी घोषणा की थी, जिसमें से अब तक लगभग 65,000 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।