×

Afghan Peace Talks 2020: शांति वार्ता पर बोले जयशंकर, अफगान की संप्रभुता का सम्मान जरूरी

 

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि शांति वार्ता के दौरान अफगान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान हर हालत में किया जाना चाहिए। वीडियो कॉनफ्रेसिंग के जरिए दोहा में आयोजित वार्ता को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि शांति प्रक्रिया देश में हिंसा को प्रभावी तरीके से नियंत्रित करे। दरअसल, अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच पहली शांति वार्ता शनिवार से शूरू हो चुकी है। इस वार्ता का मकसद दो दशक से जारी जंग को खत्म करना है। इसमें सैकड़ों लोगों की जान गई है। खाड़ी देश कतर में दोनों के बीच शांति वार्ता हो रही है।

अफगानिस्तान और तालिबान शांति वार्ता में भारत ने दिलचस्पी दिखाई है। भारत चाहता है कि दोनों के बीच बातचीत सफल हो। गुरुवार को 6 कैदियों के एक अंतिम समूह की रिहाई के बाद तालिबान ने पुष्टि की कि वे शांति वार्ता में शामिल हो रहे हैं। अफगानिस्तान में 1700 भारतीय नागरिक मौजूद है जो वहां सुरक्षा, बैंकिग और आईटी सेक्टर में काम करते हैं। समझौते के तहत भारत की ओर से अफगान में बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है।

भारत वहां सड़क, बांध, अस्पताल और शिक्षण संस्थान की योजनाओं से जुड़ा है। 2016 के समझौते के तहत ईरान के चाबहार बंदरगाह से अफगान सीमा तक रेल चलाने की योजना है। इस योजना को साकार करने में भी भारत मदद करना चाहता है।ऐसे में हो रही शांति वार्ता के नतीजे अनुकूल नहीं रहे तो भारत के लिए चिंता बढ़ सकती है।

Read More…
Congress Reshuffle 2020: क्या कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी की होगी ताजपोशी?
India China tension: LAC तनाव के बीच रंग लाई कूटनीति, अरुणाचल के 5 युवकों को छोड़ेगा चीन