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विपक्ष के सवालों पर राज्यसभा में जेपी नड्डा ने बताई आतंकियों पर स्ट्राइक की टाइमलाइन, जानें पूरा मामला

 

राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री और सदन के नेता जेपी नड्डा ने यूपीए कार्यकाल में हुए आतंकवादी हमलों का ज़िक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी सरकार आने के बाद अमावस्या बीत गई और हम पूर्णिमा की ओर बढ़ गए। नड्डा ने कहा कि 2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर को छोड़कर देश में कहीं भी आतंकवादी हमले बंद हो गए हैं।

आतंकवादी हमलों में 80 प्रतिशत की कमी

उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, वाराणसी, बेंगलुरु और दिल्ली जैसी जगहों पर आतंकवादी हमले होते थे। कोई जगह नहीं बचती थी, हर जगह बम विस्फोट होते थे। नड्डा ने कहा कि 2004 से 2014 तक दिल्ली में तीन बम विस्फोट हुए। उन्होंने कहा कि यूपीए के 10 वर्षों की तुलना में मोदी सरकार के 10 वर्षों में आतंकवादी हमलों में 80 प्रतिशत की कमी आई है। साथ ही, नागरिकों और सुरक्षा बलों के जवानों की हत्या में भी कमी आई है।

जेपी नड्डा ने कहा कि 2016 में हुए उरी हमले में जैश के आतंकियों ने 19 जवानों को मार गिराया था, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के कोझिकोड में कहा था कि उरी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद तीन दिनों के भीतर 28-29 सितंबर को आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई, जिसमें उनके ठिकानों को नष्ट कर दिया गया और पाकिस्तानी सैनिकों व आतंकियों को मार गिराया गया। यह बदलते भारत का संकेत है।

11 दिनों में पुलवामा का जवाब

उन्होंने कहा कि इसके बाद 2019 में पुलवामा में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए और पीएम मोदी ने पालम हवाई अड्डे पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पाकिस्तान ने बहुत बड़ी गलती की है और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। नड्डा ने कहा कि 11 दिनों के भीतर बालाकोट एयर स्ट्राइक करके पुलवामा हमले का जवाब दिया गया। सेना ने 70 किलोमीटर अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।

जेपी नड्डा ने कहा कि यह राजनीतिक इच्छाशक्ति का संकेत है। वरना पहले हम देखते थे, सोचते थे, डोजियर भेजते थे और बिरयानी खाते थे। लेकिन पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने गलती की है और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। ये शब्द आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति को दर्शाते हैं।

22 अप्रैल का बदलाव 22 मिनट में

भाजपा सांसद नड्डा ने आगे कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी बिहार के मधुबनी में एक पंचायती राज कार्यक्रम में गए थे, जबकि विपक्ष ने आरोप लगाया था कि वह चुनावी रैली करने गए थे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि आतंकियों को आपकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। इसके बाद 13 दिनों के भीतर ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पहलगाम हमले का जवाब दिया गया।

राज्यसभा नेता सदन नड्डा ने कहा कि हमने पाकिस्तान में 300 किलोमीटर अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों पर हमला कर उन्हें नष्ट कर दिया। साथ ही पाकिस्तान के एयरबेस को भी निशाना बनाया गया। जैश, लश्कर और हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकानों को तबाह कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार 22 अप्रैल का बदला 22 मिनट में ले लिया गया। किसी भी सरकार ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर जैसा जवाब नहीं दिया।

जेपी नड्डा ने सदन को बताया कि हमले के बाद पाकिस्तान ने हम पर लगभग एक हज़ार मिसाइलें और ड्रोन दागे, लेकिन भारतीय सेना के पराक्रम के कारण एक भी नागरिक हताहत नहीं हुआ। इसके जवाब में भारतीय सेना ने सैन्य कार्रवाई की और पाकिस्तान के 11 हवाई ठिकानों को तबाह कर दिया, जिनकी हालत अब ऐसी है कि वे बंद पड़े हैं।

विपक्ष पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की हद को समझना होगा कि 2008 में जयपुर बम विस्फोट के बाद भी भारत और पाकिस्तान विश्वास बहाली के उपायों पर सहमत हुए थे। उन्होंने कहा कि वे हमें गोलियों से भून रहे थे और हम उन्हें बिरयानी खिलाते रहे। नड्डा ने कहा कि तत्कालीन सरकार ने 2005 के दिल्ली सीरियल बम धमाकों, 2006 के वाराणसी आतंकी हमलों और 2006 के मुंबई लोकल ट्रेन बम धमाकों पर कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि मुद्दा यह है कि उस अवधि के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच आतंकवाद, व्यापार और पर्यटन साथ-साथ चलते थे।