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ग्रेटर नोएडा में दिल दहला देने वाली घटना, जीजा-साली ने जहर खाकर की आत्महत्या

 

ग्रेटर नोएडा से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बादलपुर थाना क्षेत्र में जीजा और साली ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। दोनों पिछले दो दिनों से घर से लापता थे। यह घटना धूममानिकपुर बाईपास की है, जहां दोनों सड़क किनारे बेहोशी की हालत में पड़े मिले। घटना की जानकारी मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई।

स्थानीय लोगों ने सड़क किनारे पड़े युवक और युवती को देखकर तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही बादलपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को गंभीर हालत में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पुलिस जांच में सामने आया है कि मृत युवक गाजियाबाद का रहने वाला था, जबकि युवती मेरठ की निवासी थी। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था। बताया जा रहा है कि दोनों पारिवारिक दबाव और सामाजिक भय के कारण तनाव में थे। इसी तनाव के चलते उन्होंने यह खौफनाक कदम उठाया, हालांकि आत्महत्या के पीछे की असली वजहों की पुष्टि जांच के बाद ही हो पाएगी।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दोनों दो दिन पहले अपने-अपने घरों से अचानक लापता हो गए थे। परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की सूचना भी दी थी। इसी बीच धूममानिकपुर बाईपास पर दोनों के बेहोशी की हालत में मिलने की खबर आई। प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, क्योंकि मौके से जहरीले पदार्थ के अवशेष भी मिले हैं।

घटना के बाद मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार वालों का कहना है कि उन्हें इस रिश्ते की जानकारी नहीं थी। इस घटना ने दोनों परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। वहीं, स्थानीय लोग भी इस घटना को लेकर स्तब्ध हैं और समाज में बढ़ते मानसिक दबाव और रिश्तों में तनाव पर सवाल उठा रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि की जाएगी। इसके साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि कहीं इस आत्महत्या के पीछे कोई और दबाव या मजबूरी तो नहीं थी। पुलिस दोनों के मोबाइल फोन और कॉल डिटेल्स की भी जांच कर रही है, ताकि घटना से जुड़े सभी पहलुओं को स्पष्ट किया जा सके।

यह घटना समाज में रिश्तों, सामाजिक बंदिशों और मानसिक तनाव के गंभीर पहलू को उजागर करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में संवाद और समय पर काउंसलिंग बेहद जरूरी होती है, ताकि लोग इस तरह के घातक कदम उठाने से पहले मदद ले सकें।

फिलहाल, बादलपुर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। यह घटना एक बार फिर समाज को सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों और भावनात्मक दबावों को समझने और संभालने की कितनी जरूरत है।