महाभियोग के प्रस्ताव पर जल्दबाजी या भाजपा के नेताओं से नाराजगी, जानें क्या हैं जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की असली वजह
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। 21 जुलाई को उन्होंने अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति को सौंपा, जिसे अगले ही दिन स्वीकृति भी मिल गई। हालांकि, उनकी विदाई में कोई औपचारिक भाषण या विदाई समारोह नहीं हुआ, और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं की चुप्पी ने इस पूरे घटनाक्रम को और रहस्यमय बना दिया है। इस बीच, देशभर में नए उपराष्ट्रपति के संभावित नामों की अटकलें भी तेज़ हो गई हैं।
बीजेपी में असहजता: क्या नर्म पड़े धनखड़?
सूत्रों के मुताबिक, हाल के दिनों में धनखड़ की कार्यशैली में विपक्ष के प्रति नरमी देखने को मिली थी। विशेष रूप से जस्टिस यशवंत वर्मा पर महाभियोग के प्रस्ताव को जिस तत्परता से उन्होंने स्वीकार किया, उसने सत्ता पक्ष को चौंका दिया। कहा जा रहा है कि इस कदम की जानकारी भाजपा नेतृत्व को पहले से नहीं थी, जिससे कई नेता असहज हो गए थे। इसके अलावा, बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की हालिया बैठक में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू की अनुपस्थिति से भी वे नाराज बताए जा रहे हैं। यह नाराजगी भी उनके इस्तीफे की एक अहम वजह मानी जा रही है।
AIIMS में भर्ती और स्वास्थ्य कारण
धनखड़ के करीबी सूत्रों ने बताया कि इस्तीफे से पहले उन्हें AIIMS में भर्ती कराया गया था। हालांकि, उनकी स्वास्थ्य रिपोर्ट को लेकर कोई विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। माना जा रहा है कि उन्होंने अपने पद से हटने का निर्णय व्यक्तिगत स्वास्थ्य और मानसिक तनाव के मद्देनजर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके इस्तीफे के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”
विपक्ष ने उठाए सवाल
वहीं, विपक्ष इस पूरे घटनाक्रम को लेकर गंभीर सवाल उठा रहा है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “पिछले 15 घंटे में जो हुआ, वह बहुत असामान्य है। भारत के इतिहास में शायद पहली बार हुआ है कि उपराष्ट्रपति ने अचानक इस्तीफा दिया और वह तुरंत स्वीकार भी कर लिया गया। अगर वह स्पष्ट करें कि परिस्थितियां क्या थीं, तो देश की 146 करोड़ जनता सच्चाई जान सकेगी।”
नए उपराष्ट्रपति की चर्चा
धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब नए उपराष्ट्रपति के चयन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। भाजपा खेमे में इस पद के लिए कई नामों पर विचार चल रहा है, जिनमें कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ सामाजिक-राजनीतिक संतुलन को ध्यान में रखते हुए महिला नेताओं के नाम भी शामिल बताए जा रहे हैं। हालांकि, अभी तक पार्टी की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है।