Delhi Assembly ने खालिस्तानी आतंकियों वाले पोस्ट पर कंगना रनौत को किया तलब
साथ ही आगे रनौत की एक पोस्ट का हवाला दिया है, जिसमें उन्होंने बिना किसी का नाम लिए, भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और 1984 में किए गए ऑपरेशन ब्लूस्टार का उल्लेख किया था। जिसमें लिखा था, खालिस्तानी आतंकवादी आज भले ही सरकार का हाथ मरोड़ रहे हो, लेकिन उस महिला (इंदिरा गांधी) को नहीं भूलना चाहिए, जिसने अपनी जूती के नीचे इन्हें कुचल दिया था। उपरोक्त पोस्ट ने कथित तौर पर सिख समुदाय के लोगों की धार्मिक भावनाओं को अत्यधिक पीड़ा, संकट और गंभीर रूप से आहत किया है। इस प्रकार संभावित रूप से पूरे समुदाय का अपमान करने और कथित रूप से उकसाने से दिल्ली के एनसीटी में शांति और सद्भावना की स्थिति पैदा हो सकती है। उपरोक्त समुदाय के लोगों के जीवन और स्वतंत्रता के लिए खतरा है।
कंगना रनौत सक्रिय रूप से सीएए और कृषि विरोधी कानूनों के विरोध के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट करती रही हैं। इस साल मई के महीने में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के लिए ट्विटर द्वारा उन्हें बैन भी किया गया था। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता राघव चड्ढा की अध्यक्षता में, स्थिति को शांत करने और धार्मिक समुदायों, भाषाई समुदायों या सामाजिक समूहों के बीच सद्भाव बहाल करने के लिए उपयुक्त उपायों की सिफारिश करने के लिए समिति का गठन किया गया है।
--आईएएनएस
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